देहरादून कोरोना से सबसे ज़्यादा बेहाल है फिर भी शर्म नहीं, दफ्तर खुलते ही जनता ने की पुलिस की फजीहत……..
देहरादून-: आज राजधानी देहरादून की सडकों को देख कर लग रहा था दफ्तर खुले नही की पुलिस की फजीहत शुरू हो गयी। सभी सरकारी दफ्तरों के कुल पांच दिन बंदी के बाद आज जैसे ही गुरुवार को सभी दफ्तर, बैंक खुले तो लोग आज ही सारे काम निबटाने सडकों पर उतरी की लग ही नही रहा था कि जनपद में 3 मई तक कर्फ्यू लागू है।
गौरतलब है कि जनपद देहरादून कोरोना से सबसे ज़्यादा बेहाल है जिसके चलते जिलाधिकारी देहरादून द्वारा स्वतः विवेकाधीन होकर जनपद की कोरोना चेन को ब्रेक करने के लिये जनपद में 26 से 3 मई तक कर्फ्यू लागू कर दिया व साथ ही 24 से 28 तक सभी सरकारी दफ्तरों को भी बंद किये जाने के आदेश प्रभावी किये जिसके बाद से ही दून पुलिस द्वारा शहर भर में अतिरिक्त पहरेदारी व सुरक्षा कर दी थी।
जिला प्रशासन द्वारा इस आदेश में सभी लोगों को ज्यूडिशियल दायरे में ही कर्फ्यू में छूट का फायदा उठाने कहा गया था। कल 28 तक तो सरकारी दफ्तरों के बंद होने तक लोग घरों में टिक गए किन्तु आज गुरुवार को सभी सरकारी कार्यालय खुलने के बाद जनपद की सडकों में बैंक जाने वाले,पोस्ट आफिस में पैसे जमा करने जाने वालों, जरूरी कागज़ फलां फलां दफ्तर में जमा करने जाने वाले बहानो से पुलिस कर्मियों को रूबरू होना पड़ा। और बाकी सज लेने जा रहे, दूध लेने जा रहे वाले बहानो से तो पुलिस टीम को हर दिन रुबरू होना ही पड़ता है।
वहीं क्षेत्राधिकारी नेहरुकोलोनी पल्लवी त्यागी द्वारा थाना नेहरुकोलोनी क्षेत्रान्तर्गत रिस्पना को जाने वाले मार्ग पर बेरिकेडिंग लगा नए नए बहाने बनाने वालों की जमकर क्लास लगाई। उनके द्वारा अपनी टीम के साथ बेरिकेडिंग पर हर आने जाने वाले वाहनों को जाने का उपयुक्त कारण बताने पर ही जाने की इजाजत दी गयी।
अनावश्यक रूप से सब्जी लेने और अनावश्यक सामान लेने वालों को उन्होंने जमकर लताड़ लगाई। वहीं दवाईयों की सप्लाई करने वाले लोगों के पास दवाई के बक्से व पेटी देखने व डॉक्टर पर जाने वाले लोगों के पास डॉक्टर का पर्चा व रिपोर्ट के आधार पर ही उन्होंने बेरिकेडिंग से पार जाने दिया।
इस दौरान उन्हें ऐसे भी लोग मिले जो पोस्ट आफिस में पैसे जमा करने का काम बताते हुए व सब्जी खरीदने का अनावश्यक बहाना बनाते दिखे जिसपर उनके द्वारा उनके वाहन को वहीं किनारे लगाते हुए बेवजह घर से बाहर निकल खुद को भी खतरा कर अपने परिजनों को भी अनचाहे संक्रमण की जद में लाने का खतरा मोल लेने को लेकर जमकर लताड़ा। उनके द्वारा इस दौरान कई वाहनों को चेतावनी देते हुए घर का रुख करने के आदेश भी दिये गए।