*खुलासा-:जेल में बैठे बैठे संचालित कर रहे थे फिरौती का धंधा,जेल वार्डन बर्खास्त*
हरिद्वार: जनपद हरिद्वार की रोशनाबाद की जेल में बैठकर साथी कैदियों की जान के बदले में उनके परिजनों से मोटा पैसा वसूलने वाले गिरोह का एसटीएफ उत्तराखंड द्वारा पर्दाफाश किया गया है।पुलिस के अनुसार इस तरह के आरोपी एक निर्धारित अपराध कर जेल में जाते है व उसके बाद जेल में बंद अन्य कैदियों के परिजनों को फ़ोन के माध्यम से डरा धमका कर बाहर बैठे अपने साथियों के जरिये पैसे लेते है।पुलिस महानिदेशक द्वारा जेल में संचालित इस ऑर्गनाइज़ेड सिंडिकेट में जेल वार्डन की लापरवाही व मिलीभगत जांचते हुए उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है।
गौरतलब है कि पुलिस महानिदेशक द्वारा राज्य के सभी जिलों में बंद अपराधियों की लगातार मॉनिटरिंग करने हेतु एसटीएफ को आदेश दिए गए है। जिस बीच वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड को जनपद हरिद्वार के थाना ज्वालापुर में दर्ज एक शिकायत के अनुसार जनपद के रोशनाबाद जेल में कैद एक व्यक्ति के बदले उसके परिजनों से फिरौती मांगे जाने का मामला प्रकाश में आया।शिकायतकर्ता के अनुसार उसका पति वैभव बंसल रोशनाबाद जेल में दिसंबर माह से बंद है व हत्या व लूट जैसे मुकदमे में जेल में बंद दो खूंखार अपराधी (1)इंतजार पहलवान निवासी पुरकाजी मुजफ्फरनगर उ0प्र व (2) नावेद आलम निवासी बहादराबाद हरिद्वार द्वारा उसके पति को जेल में प्रताड़ित किया जा रहा है। उसकी पत्नी के अनुसार के अनुसार अपराधियों द्वारा उसको व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से डरा धमकाकर तथा वैभव बंसल की सलामती के लिए सोने की चैन फिरौती के रुप मे माँगी गई है।
जेल में बैठकर फिरौती जैसे धंधे संचालित होन्स की शिकायत पर पुलिस महानिदेशक द्वारा एसटीएफ को इस पूरे मामले की गोपनीय जांच के आदेश दिए। एसटीएफ द्वारा इस मामले के खुलासे में शिकायतकर्ता द्वारा उन अपराधियों द्वारा फिरौती में मांगी गई सोने की चैन उनके बताये हुए स्थान पर देने जाने को लेकर तैयार किया गया। जिसपर वैभव की पत्नी से सोने की चैन लेने वाले नावेद आलम के दोस्त साहिल अली,जो एक बाइक मैकेनिक, को मौके पर मौजूद एसटीएफ व हरिद्वार पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया। एसटीएफ द्वारा साहिल से सोने की चैन लेने आने वाले नावेद आलम के भाई परवेज आलम को भी घटना में गिरफ्तार किया। पुलिस ने जेल में बंद इतंजार पहलवान व नावेद आलम को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार अभियुक्त इंतज़ार पर हत्या व लूट के 28 मामले दर्ज है व नावेद आलम भी हत्या के मामले में जेल में बंद है।उपरोक्त प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस महानिदेशक के आदेश पर पुलिस निरीक्षक जेल द्वारा वार्डन देवराज सिंह और सुनील तोमर को निलंबित कर जांच के आदेश दिए गए हैं।
इस सम्पूर्ण मामले में पुलिस महानिदेशक द्वारा जेल से इस प्रकार की गतिविधियां संचालित होने की जानकारी सही पाए जाने की सूचना पर एसटीएफ व हरिद्वार पुलिस को रोशनाबाद जेल में छापेमारी के आदेश दिए थे जिसपर पुलिस को छापेमारी के दौरान जेल से 2 मोबाईल फोन , 2 सिम कार्ड , 1 मोबाईल चार्जर मिला है।पुलिस इस पूरे मामले में एक ऑर्गेनाइज्ड सिंडीकेट संचालित होने की बात मान रही है जो इस तरह के मामले मे जेल जाते है और वहां बंद अपराधियों को अपने जाल में फंसा कर उनको डरा धमका कर उनके परिजनों से फिरौती की रकम मांगी जाती थी।
महानिदेशक द्वारा इस मामले में कड़ा संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिरीक्षक जेल,पुलिस उपमहानिदेशक एसटीएफ व एसएसपी एसटीएफ को इस मामले में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए है।कार्रवाई संबंधी कड़े निर्देश दिए गए।