उत्तराखंड में अब मैदानी जिलों में लंबे समय से जमे पुलिसकर्मियों को पहाड़ चढ़ना ही होगा, DIG ने ये जारी किए निर्देश……
देहरादून: DIG के एक आदेश से पुलिसकर्मियों में खलबली, मांगी रिपोर्ट…एडिशनल एसआई को रिलीव करने के दिए निर्देशमैदानी जिलों में लंबे समय से जमे पुलिसकर्मियों को अब पहाड़ चढ़ना ही होगा। इसी आधार पर पूर्व में हुए पुलिसकर्मियों को भी अब पहाड़ जाना होगा। डीआईजी ने सभी जिलों के एसएसपी को इन्हें रिलीव करने के निर्देश दिए।मैदानी जिलों में लंबे समय से जमे पुलिसकर्मियों को अब पहाड़ चढ़ना ही होगा।
इसी आधार पर पूर्व में हुए पुलिसकर्मियों को भी अब पहाड़ जाना होगा। डीआईजी ने सभी जिलों के एसएसपी को इन्हें रिलीव करने के निर्देश दिए। उधर एडिशनल एसआई बने 100 पुलिस कर्मियों को भी जल्द रिलीव करने को कहा गया है।
लंबे समय से विभिन्न थानों, कोतवाली, चौकी में जमे पुलिस कर्मी, एसआई पहाड़ चढ़ना नहीं चाहते हैं। पूर्व आईजी कुमाऊं ने नियमानुसार लंबे समय से जमे करीब 30 एसआई और 105 कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल के अनिवार्य स्थानांतरण किए गए थे, लेकिन तत्कालीन एसएसपी ने कई चहेते दरोगाओं और पुलिसकर्मियों को रिलीव नहीं किया।
स्थानांतरण के बाद भी ये पुलिसकर्मी कुमाऊं के मैदानी जिलों में जमे हैं।अभी हाल में कुमाऊं से 100 से अधिक पुलिसकर्मियों को एडिशनल एसआई बनाया गया था। इसी के साथ इनके स्थानांतरण भी किए गए। इसमें कई अभी भी मैदानी जिलों में जमे हैं।
डीआईजी कुमाऊं योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि कुमाऊं क्षेत्र के सभी एसएसपी को एडिशनल एसआई बने पुलिस कर्मियों को जल्द रिलीव करने को कहा गया है। साथ ही पूर्व में हुए स्थानांतरण को लागू करने को कहा गया है। कहा कि पहाड़ में लंबे समय से काम रहे पुलिस कर्मियों को भी मैदानी जिलों में तैनाती मिलनी चाहिए।
लंबे समय से एक चौकी-थाने में जमे कई सिपाही छुट्टी पर गए
डीआईजी के आदेश के बाद पुलिस कर्मियों में खलबली है। सूत्रों की माने तो अनिवार्य स्थानांतरण से बचने के लिए कई पुलिसकर्मी बिना बताए छुट्टी पर चले गए हैं। कई बीमारी का बहाना बनाकर छुट्टी ले रहे हैं। ऐसे मामले नैनीताल जिले और ऊधमसिंह नगर में सामने आ रहे हैं।