देश की अब तक की सबसे बड़ी इनकम टैक्स रेड, निकला कुबेर का खजाना, 10 दिनों तक गिनने पड़े नोट……….
दिल्ली: इनकम टैक्स विभाग द्वारा की जाने वाली रेड के बारे में तो आपने सुना ही होगा। आयकर विभाग जब भी कहीं रेड करता है तो टीम के साथ छापेमारी कर काले धन को खंगाल लेता है। अब तक देश में आयकर विभाग अनेकों रेड कर चुका है लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश की सबसे बड़ी इनकम टैक्स रेड कौन सी की गई थी और कितने दिन चली थी। चलिए जानते हैं –
आयकर विभाग देश में होने वाली हर ट्रांजेक्शन पर नजर रखता है। इसके अलावा सभी लेनदेन का हिसाब भी रखता है। जब भी कोई इनकम टैक्स रिटर्न में आय का सही ब्योरा नहीं देता है या पैसों को छुपाने की कोशिश करता है तो विभाग रेड करता है और टैक्स नहीं भरने पर राजस्व को होने वाले नुकसान से बचाता है।
इनकम टैक्स विभाग समय समय पर अमीरों के ठिकानों पर छापेमारी कर बड़ी संख्या में पैसे और कीमती सामान को जब्त करता है। इन रेड में आयकर विभाग लाखों-करोड़ों रुपये कैश में भी बरामद करता है। ऐसे में अब सवाल ये उठता है कि अब तक की सबसे बड़ी रेड कब की गई थी और वह कितने दिनों तक चली थी और उसमें कितना पैसा जब्त किया गया।
दरअसल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आयकर विभाग की उस टीम को सम्मानित किया है, जिसने अब तक की सबसे बड़ी इनकम टैक्स की रेड डाली थी। पिछले साल ओडिशा में एक डिस्टिलरी समूह के खिलाफ छापेमारी के दौरान सबसे अधिक 352 करोड़ रुपये कैश में जब्त किए गए थे।
भारत में आयकर के 165 साल पूरे होने पर आयोजित एक कार्यक्रम में निर्मला सीतारमण ने भुवनेश्वर में आयकर जांच के प्रमुख निदेशक एस के झा और अतिरिक्त निदेशक गुरप्रीत सिंह के नेतृत्व वाली आयकर टीम को ‘सीबीडीटी उत्कृष्टता प्रमाणपत्र’ से सम्मानित किया।
भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के 2010 बैच के अधिकारी सिंह ने पिछले साल 6 दिसंबर को ओडिशा स्थित एक डिस्टिलरी समूह के कई परिसरों में ‘कार्रवाई लायक खुफिया जानकारी’ के आधार पर छापा मारने में अहम भूमिका निभाई थी।
मशीनों से कई दिनों तक गिने गए पैसे –
बता दें कि यह रेड (Income Tax Raid) ओडिशा में एक डिस्टिलरी समूह के कई परिसरों पर की गई थी। इस समूह पर आयकर विभाग ने लगातार 10 दिन तक कार्रवाई की थी। इस दौरान कुल 351.8 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई थी। जिसे देश में ‘किसी एजेंसी के एक ही अभियान में सबसे बड़ी जब्ती’ बताया गया था।
इनकम टैक्स विभाग ने इस छापेमारी में जमीन पर के नीचे कोई कीमती सामान या पैसे ना छूपे हों, इसकी स्कैनिंग करने के लिए व्हील वाली मशीन भी मंगवाई थी।
पैसे गिनने के लिए बैंकों से बुलाने पड़े कर्मचारी –
आयकर विभाग को इस कार्रवाई में इतना पैसा मिला था कि नोट गिनने के लिए कर्मचारी भी कम पड़ गए थे। इसके लिए पैसे गिनने के लिए तीन दर्जन नोट गिनने वाली मशीनें भी मंगवाईं और भारी मात्रा में नकदी गिनने के लिए विभिन्न बैंकों और उनके कर्मचारियों की सहायता भी ली। बता दें कि बकाया टैक्स डिमांड को लेकर अब आयकर विभाग ने फिर से बड़ी तैयारी कर ली है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 5000 केस पर अधिकारियों को नजर रखने को कहा है। क्योंकि, इन से 4300000 करोड़ की रिकवरी होनी है।