*चुकंदर का जूस पीने के फ़ायदे जानके आप क्या है हैरान हो जायेगा*

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क्या आप भी उन लोगों में से एक हैं जो दूसरी सब्ज़ियों की तुलना चुकंदर को अपने आहार में कम प्रयोग करते हैं। अगर देखा जाए तो जिन सब्ज़ियों का सेवन हम हर दिन करते हैं उनकी अपेक्षा इसमें कहीं पोषक तत्व मौजूद होते हैं।

 

अक्सर पार्टियों और शादी बरात में इसे सलाद के रूप में रखा जाता है और आप इसे सब्ज़ी के रूप में खा सकते हैं। चुकंदर का रस नियमित रूप से पीने से शरीर में न केवल ख़ून बढ़ेगा बल्कि आपको अन्य कई पोषक तत्व भी प्राप्त होंगे। आज हम चुकंदर का जूस पीने के फ़ायदे जानेंगे।

 

*चुकंदर का जूस पीने के लाभ*  :-

*1. कैंसर से बचाव*
मानव अक्सर रोगों का शिकार हो जाता है। इनमें से कुछ रोग जानलेवा भी होते हैं। इन जानलेवा रोगों की सूची में कैंसर काफ़ी ऊपर है। कैंसर के इलाज के लिए जिन दवाओं विकास हुआ है, वे बहुत मँहगी होती हैं। एक शोध के अनुसार चुकंदर का रस पीने से कैंसर रोधी दवाओं का असर बढ़ जाता है, जिसे सिनर्जिस्टिक इफ़ेक्ट कहते हैं। यह प्रभाव चुकंदर में मौजूद फ़ायटो-न्यूट्रिएंट्स के कारण होता है। चुकंदर का सेवन करने पर शरीर में कैंसर से लड़ने की शक्ति को बढ़ जाती है। ख़ासकर स्तन और प्रोस्ट्रेट कैंसर में इसका विशेष प्रभाव देखा गया है।

*2. उच्च रक्तचाप नियंत्रण*
चुकंदर का रस पीने से ब्लड प्रेशर कुछ ही घंटों में कम होने लगता है। एल शोध के अनुसार एक गिलास चुकंदर का रस ब्लड प्रेशर को 5 प्वाइंट तक नीचे ला सकता है। चुकंदर में मौजूद नाइट्रेट के कारण ही उच्च रक्तचाप नियंत्रित होता है। यह नाइट्रेट शरीर में जाने के बाद नाइट्रिक ऑक्साइड में बदल जाता है, जो कि धमनियों में फैलाव उत्पन्न करता है और ब्लड प्रेशर कम हो जाता है।

*3. सहनशक्ति*
चुकंदर का जूस पीकर व्यायाम करने से शारीरिक शक्ति और सहनशक्ति दोनों बढ़ जाती है। एक कंट्रोल ट्रायल में जिन लोगों ने जूस पीने के कुछ देर बाद व्यायाम किया उन्होंने पहले के तुलना में 16% ज़्यादा व्यायाम किया। यह इसलिए होता है क्योंकि चुकंदर में उपस्थिति नाइट्रेट व्यायाम के समय
शरीर की ऑक्सीजन की आवश्यकता को कम कर देता है।

*4. शुद्धिकरण प्रक्रिया*
चुकंदर का जूस ख़ून और लीवर को सफ़ाई करने में मदद करता है। चुकंदर में मौजूद बीटालिन नामक तत्त्व शरीर के फ़ेज़ 2 शुद्धिकरण में मदद करता है। बीटालिन शरीर में टूटकर विषाक्त तत्वों के साथ संक्रिया करता है और उनको शरीर से बाहर निकाल देता है।

*5. रोग प्रतिरोधक क्षमता*
शरीर में कोई चोट लगने या इंफ़ेक्शन होने पर कई तरह के इनफ़्लमेशन मार्कर रक्त में आ जाते हैं, जो कि चोट की जगह सूजन को बढ़ा देते हैं। चुकंदर में मौजूद बीटाइन नामक तत्त्व रक्त में इन मार्कर्स का स्तर कम कर देता है, जिससे सूजन और दर्द का असर कम हो जाता है।

*6. फ़ाइबर और पोषक तत्व*
चुकंदर में सिर्फ़ रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाले तत्त्व ही नहीं होते हैं, बल्कि पोटैशियम और मैगनीज़ भी होता है। विटामिन बी फ़ोलेट की वजह से गर्भ सम्बन्धित समस्याओं में भी कमी आती है। फ़ाइबर की मात्रा की अधिक होने के कारण यह पाचन प्रक्रिया को स्वस्थ रखता है।

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