उत्तराखंड के हरिद्वार में इस क्षेत्र के गांव में डेंगू का कहर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया….
हरिद्वार : रुड़की के लंढौरा क्षेत्र के गाधारोणा गांव में चार दिन पहले लिए गए 86 लोगों के सैंपलों की एलाइजा जांच में 19 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। एक ही गांव में एक साथ बड़ी संख्या में लोगों को डेंगू होने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। रविवार को रिपोर्ट आते ही आननफानन विभाग ने गांव में आशाओं की टीम भेजी। साथ ही कीटनाशक दवाओं का छिड़काव शुरू कर दिया है।
कुछ समय पहले स्वास्थ्य विभाग को गाधाराणा गांव में कई ग्रामीणों के संदिग्ध बुखार की चपेट में आने की जानकारी मिली थी। विभाग ने गांव में टीम भेजकर सर्वे कराया तो बड़ी संख्या में लोगों में बुखार की पुष्टि हुई थी। पिछले बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर शिविर लगाया था। इस दौरान संदिग्ध बुखार से पीड़ित 86 ग्रामीणों के सैंपल लिए गए थे। सैंपलों की एलाइजा जांच सिविल अस्पताल की लैब में कराई गई थी। रविवार को इनकी रिपोर्ट आई।वेक्टर इंस्पेक्टर सीएम कंसवाल ने बताया कि एलाइजा जांच में 19 ग्रामीणों में डेंगू की पुष्टि हुई है। आशाओं की टीम को गांव भेजा गया है। उन्होंने घर-घर जाकर ग्रामीणों को डेंगू के प्रति जागरूक किया। साथ ही कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराया जा रहा है। डेंगू के लार्वा को नष्ट कराने का काम जारी है। उन्होंने बताया कि आज फिर से बुखार से पीड़ित मरीजों का सैंपल लिया जाएगा।
जिले में 36 मरीज आ चुके हैं सामने
जिला मलेरिया अधिकारी गुरनाम सिंह ने बताया कि जिले में अब तक डेंगू के 36 मरीज सामने आ चुके हैं। इनमें से 8-10 मरीज हरिद्वार और बाकी रुड़की क्षेत्र के हैं। ज्यादातर मरीज ठीक हो चुके हैं। जो 19 नए मरीज सामने आए हैं, आज उनकी मौके पर जाकर जांच की जाएगी। अगर कोई गंभीर होगा तो उसे अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। फिलहाल इन लोगों का घर पर ही उपचार शुरू करा दिया गया है।
बुखार छिपाएं नहीं, तुरंत अस्पताल आएं
जिला मलेरिया अधिकारी ने लोगों से अपील की है कि बुखार की शिकायत पर तुरंत अस्पताल पहुंचकर जांच कराएं। यह सामान्य वायरल, डेंगू, मलेरिया और कोविड भी हो सकता है। ऐसे में बिना डॉक्टर के परामर्श के दवा लेना नुकसानदायक हो सकता है। जांच के बाद बीमारी के हिसाब से दवा लेकर आराम से ठीक हुआ जा सकता है। झोलाछाप के चंगुल में बिल्कुल न आएं। जिला अस्पताल हरिद्वार और रुड़की सिविल अस्पताल में सभी तरह की जांचों की मुफ्त सुविधा है। यहां डेंगू के लिए स्पेशल वार्ड भी बनाए गए हैं।
रुड़की शहर के वार्ड नंबर-10 में डेंगू का प्रकोप
शहर के वार्ड नंबर-10 में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। स्थानीय निवासियों के अनुसार, वर्तमान में यहां 12 से अधिक लोग डेंगू से पीड़ित हैं। आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग ने यहां आकर लोगों की सुध नहीं ली। स्थानीय निवासी सत्यप्रकाश एडवोकेट का कहना है कि उनके घर में ही चार लोग डेंगू पीड़ित हैं। आसपास और मोहल्ले में 12 से ज्यादा लोग डेंगू का शिकार हो चुके हैं। लगातार डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग उनके क्षेत्र में लापरवाह बना हुआ है। उन्होंने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि क्षेत्र में जहां डेंगू पीड़ित मरीज सामने आ रहे हैं, वहां कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराया जाए। इसके अलावा मरीजों के परिजनों के भी सैंपल लेकर जांच करवाई जाए जिला मलेरिया अधिकारी गुरनाम सिंह का कहना है कि विभागीय टीम पर भेजी जाएगी।