उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग में छुट्टियां रद्द, दवा की सप्लाई बढ़ी, 1000 अतिरिक्त सफाई कर्मचारी तैनात……

हरिद्वार: कांवड़ यात्रा के दौरान कई हादसे होते हैं, इनमें कई की जान चली जाती है तो कई गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। घायलों को समय पर उपचार देने और गंभीर होने पर हायर सेंटर रेफर करने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की होती है।

कांवड़ यात्रा के लिए स्वास्थ्य महानिदेशालय ने हरिद्वार जिले के सभी सरकारी अस्पतालों को 22 जुलाई से चार अगस्त तक छुट्टियां रद्द होने के आदेश जारी किए हैं। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर कांवड़ यात्रा के दौरान कोई डॉक्टर या स्टाफ ड्यूटी से नदारद पाया गया तो विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

कांवड़ यात्रा मेें हर साल लाखों की संख्या में यूपी, दिल्ली, नोएडा, हरियाणा समेत अन्य राज्यों से शिवभक्त हरिद्वार पहुंचते हैं। इस बार 22 जुलाई से चार अगस्त तक कांवड़ यात्रा चलेगी। कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस, प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग समेत अन्य विभागों ने युद्धस्तर पर तैयारी शुरू कर दी है।

सुरक्षा को लेकर पुलिस और हादसों के दौरान घायलों को इलाज करने का सबसे बड़ी जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की होती है। दरअसल, कांवड़ यात्रा के दौरान कई हादसे होते हैं, इनमें कई की जान चली जाती है तो कई गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। घायलों को समय पर उपचार देने और गंभीर होने पर हायर सेंटर रेफर करने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की होती है। इस बार बड़ी संख्या में शिवभक्तों के आने का अनुमान है।

स्वास्थ्य महानिदेशालय की ओर से जिले के सीएमओ और अन्य चिकित्सक अधीक्षकों को आदेश जारी किए हैं। आदेश में 22 जुलाई से लेकर चार अगस्त तक सभी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों और स्टाफ की छुट्टी रद्द करने की बात कही गई है। साथ ही कुछ अपरिहार्य परिस्थिति में ही छुट्टी मिलने के आदेश दिए हैं। इसके अलावा साफ चेतावनी दी गई कि अगर किसी ने ड्यूटी में लापरवाही बरती या कोई ड्यूटी से नदारद मिला तो विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

दवाओं की आपूर्ति पर पूरा ध्यान
स्वास्थ्य महानिदेशालय की ओर से सभी सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त दवा और अन्य उपकरण भेजे जा रहे हैं ताकि कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की दवाओं की कमी न पड़े। इसके अलावा आदेश दिए गए हैं कि अगर किसी दवा की कमी पड़ती है तो उसकी डिमांड समय पर भेजें ताकि समय से दवा उपलब्ध कराई जा सके।

नगर निगम तैनात करेगा अतिरिक्त सफाई कर्मचारी
कांवड़ मेले में सफाई व्यवस्था सुचारू करने के लिए नगर निगम की ओर से आउटसोर्स पर एक हजार अतिरिक्त सफाई कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। कांवड़ियों की सुविधा के लिए मेला स्थल और कांवड़ पटरी पर 70 मोबाइल टॉयलेट के साथ 130 अस्थाई शौचालय भी बनाए जाएंगे।

22 जुलाई से कांवड़ मेले की शुरूआत है। इसको लेकर कांवड़ियों का हरिद्वार पहुंचने का सिलसिला शुरू हो चुका है। 22 जुलाई से काफी संख्या में पहुंचेंगे। प्रतिदिन लाखों कांवड़िए हरिद्वार पहुंचेंगे और यह क्रम दो अगस्त तक जारी रहेगा। करीब दस दिन तक शहर में उमड़ने वाली लाखों कांवड़ भक्तों भीड़ को लेकर नगर निगम ने तैयारियां करनी शुरू कर दी है, इसके तहत शहर की सफाई व्यवस्था के लिए 1000 कर्मचारी आउटसोर्स के माध्यम से तैनात किए जाएंगे। सभी को कांवड़ पटरी के साथ बैरागी कैंप, चमगादड़ टापू, पंतदीप पार्किंग व जटवाड़ा पुल पर तैनात किया जाएगा। इस स्थानों पर लाखों कांवड़ियों की भीड़ उमड़ती है, जो हरकी पैड़ी के साथ अन्य गंगा घाटों से कांवड़ कलश में गंगा जल लेने पहुंचते हैं। नगर निगम की तरफ से कांवड़ियों की सुविधा के लिए 200 अस्थाई शौचालय भी स्थापित किए जाएंगे, जिसमें 70 मोबाइल टॉयलेट के साथ 130 अस्थाई शौचालय शामिल हैं।

कूड़ा वाहन भी बढ़ाए गए
60 वार्डों में फैले नगर निगम हरिद्वार में सफाई व्यवस्था के लिए 663 सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं, इसमें 250 सफाई कर्मचारी नियमित हैं। इसके अलावा प्रत्येक वार्ड में कूड़ा उठान के लिए लिए 60 कूड़ा वाहन तैनात किए गए हैं। कांवड़ यात्रा में शहर की सफाई व्यवस्था के लिए नगर निगम की तरफ से 60 कूड़ा वाहनों के साथ दस अन्य कूड़ा वाहनों की व्यवस्था की गई है। जिनका उपयोग मेला स्थल के साथ कांवड़ पटरी से कूडा उठान में किया जाएगा।

कंपनियां भी करेंगी सहयोग
नगर के वार्डों में कूड़ा कलेक्शन के साथ सफाई की जिम्मेदारी ईकोन वेस्ट और केएल मदान कंपनी संभाल रही है। कांवड़ मेले के दौरान उमड़ने वाली भीड़ के चलते होने वाली गंदगी को लेकर कंपनियों को भी तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। उन्हें कूड़ा वाहनों की अतिरिक्त व्यवस्था करने के साथ सफाई कर्मचारियों को मुस्तैद रखने के निर्देश दिए गए हैं।

स्वास्थ्य महानिदेशालय की ओर से कांवड़ यात्रा में छुट्टी रद्द होने के आदेश जारी किए गए हैं। जिलेभर के सरकारी अस्पतालों को इस बाबत अवगत कराया जा चुका है। किसी ने कांवड़ यात्रा के दौरान ड्यूटी में लापरवाही बरती तो कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
-डॉ. मनीष दत्त, सीएमओ, हरिद्वार

कांवड़ मेले के दौरान शहर की सफाई व्यवस्था के लिए एक हजार अतिरिक्त सफाई कर्मचारी आउटसोर्स से तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा निगम में पहले से काम कर रहे 663 सफाई कर्मचारी अलग से मौजूद हैं। कांवड़ियों की सुविधा के लिए मेला स्थल के साथ कांवड़ पटरी पर 200 अस्थाई शौचालय भी स्थापित किए जाएंगे। डॉ. तरुण मिश्रा, नगर स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम हरिद्वार

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