उत्तराखंड में यहाँ नशे की लत ऐसी लगी कि युवकों ने पहले बेचा घर का सामान और फिर नकली नोटों की लगा दी फैक्ट्री जानिये मामला…….
रुड़की : गंगनहर कोतवाली पुलिस ने नकली नोट छापने के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।आरोपियों के पास से पुलिस ने करीब ढाई लाख रुपए के नकली नोट बरामद किया है। आरोपी नशे की लत को पूरा करने के लिए नकली नोटों का कारोबार करने लगे।
सिविल लाइंस कोतवाली में मामले का खुलासा करते हुए सीओ रुड़की विवेक कुमार ने बताया कि अवैध गतिविधियों में संलिप्त शातिर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया था।
इसी क्रम में गठित पुलिस टीम संदिग्ध व्यक्तियों की तलाश के लिए पाडली गुज्जर तेलीवाला रेलवे स्टेशन के समीप जुटी हुई थी तभी मुखबिर ने सूचना दी कि नशे की प्रवृत्ति में लिप्त कुछ युवक भारी मात्रा में नकली नोटों की खेप लेकर वहां आने वाले हैं। तभी पुलिस ने चेकिंग अभियान शुरू किया तभी तीन युवक एक बाइक से आते दिखाई दिए।
जो कि पुलिस को देखकर भागने का प्रयास करने लगे पुलिस टीम ने तीनों युवकों को मौके से पकड़ लिया। उनके पास से 2000, 500 व 200 के नकली नोट बरामद हुए। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह तीनों आपस में दोस्त हैं और नशे के आदी है नशे की पूर्ति के लिए पहले वह घरवालों से जेब खर्च के नाम पर पैसे लेते थे और पैसे को से नशे की पूर्ति करते थे।
लेकिन जब नशे का खर्चा बढ़ गया तो घरों में से कीमती सामानों को भी बेचना शुरू कर दिया वहीं तीनों ने फिर कलर प्रिंटर की सहायता से असली से नकली नोट को छापने का काम शुरू कर दिया और रात्रि को भीड़ भाड़ वाले बाजारों में असली के रूप में चलाने लगे। जिससे उनके नशे का खर्चा पूरा होने लगा। आरोपियों ने अपने नाम विकास उर्फ विक्की पुत्र नारायण सिंह निवासी कृष्णा नगर, जॉनी कुमार पुत्र चंद्रपाल निवासी हनुमान कॉलोनी चावमंडी, अनुज पुत्र मोहन सिंह निवासी आवास विकास कॉलोनी रुड़की बताए हैं।
आरोपियों के पास से पुलिस ने 2,47,500 बरामद किए है। क्या आरोपियों को पकड़ने वाली टीम में कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह, एसएसआई संतोष पैथवाल, उप निरीक्षक सुनील रमोला, कॉन्स्टेबल हरिसिंह, हसन जैदी, मनोज, संदीप और चेतन सिंह शामिल रहे।