उत्तराखंड है ऊर्जा प्रदेश पर अब पुन: बिजली की हड़ताल की ओर….
देहरादून : विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा की एक आपात बैठक ऊर्जा भवन देहरादून पर आयोजित की गई। आज की सभा की अध्यक्षता राकेश शर्मा तथा संचालन मोर्चा के संयोजक इन्सारुल हक ने किया।
आज की सभा में ऊर्जा विभाग में सभी ट्रेड यूनियन तथा एसोसिएशन के प्रतिनिधियों द्वारा भाग लिया गया तथा सभा में इस बात पर भारी आक्रोश प्रकट किया गया कि 27 जुलाई को हुए समझौते की समय सीमा लगभग समाप्ति की ओर है किंतु तीनों ऊर्जा निगम द्वारा कर्मचारियों की किसी भी समस्या का समाधान नहीं किया गया अतः मोर्चा ने निर्णय लिया है कि मोर्चा का शांतिपूर्ण आंदोलन कल दिनांक 22 अगस्त से पुन: प्रारंभ हो जाएगा।
दिनांक 22 अगस्त से 27 अगस्त तक मोर्चा के सभी घटक संगठनों के पदाधिकारी राज्य के समस्त जनप्रतिनिधियों जिस में माननीय विधायक ,सांसद तथा मंत्री गण सम्मिलित है को ज्ञापन तथा समस्या पत्र सौंपकर अपनी समस्याओं के समाधान तथा राज्य को ऊर्जा जैसे आवश्यक सेवा की हड़ताल से बचाने हेतु निवेदन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि ऊर्जा निगमों में कार्यरत संविदा नियमित तथा अन्य कर्मचारियों अपने पूर्व की सेवा शर्तों की बहाली की मांग पर निरंतर आंदोलनरत हैं तथा इस विषय में माननीय कैबिनेट मंत्री की अध्यक्षता में विगत महा संपन्न हुई बैठक में 14 सूत्रीय मांग पत्र पर समझौता हुआ था किंतु क्षेत्रों में ऊर्जा कार्मिकों में भयंकर रोष है क्योंकि निरंतर आश्वासन के बाद भी किसी भी समस्या पर कोई आदेश निर्गत नहीं किया गया है।
समझौता के अनुरूप 1 माह की अवधि पूर्ण होने पर *दिनांक 28 अगस्त* को पूरे राज्य में *वायदा निभाओ दिवस* मनाया जाएगा जिसमें राज्य के ऊर्जा निगम मुख्यालय पर 10 से 12 तक गेट मीटिंग तथा तीनों ऊर्जा निगमों के प्रबंध निदेशकों को मुख्यालय पर ज्ञापन प्रेषण किया जाएगा इसके अतिरिक्त राज्य के सभी जोन तथा परियोजनाओं पर सुबह 10:00 से 12:00 तक गेट मीटिंग आयोजित की जाएगी।
मोर्चा की सभा में निर्णय हुआ अगर निश्चित समय अवधि में समस्या समाधान नहीं होता तो उसके बाद आंदोलन को अगले स्तर पर ले जाया जाएगा।
आज की सभा में इंजीनियर अमित रंजन,,जगदीश चंद्र पंत, भानु प्रकाश जोशी पन्त, कार्तिकेय दुबे प्रदीप कंसल ,विनोद कवि ,अनिल जुयाल, राकेश शर्मा, प्रमोद कुमार प्रदीप प्रकाश शर्मा ,केहर सिंह, विनोद कुमार ध्यानी, अशोक शर्मा, नत्थू सिंह रवि ,बीरबल सिंह वाईएस तोमर ,अनिल कुमार मिश्रा ,चित्र सिंह दिनेश चंद्र ध्यानी, आनंद सिंह रावत, अनिल नौटियाल, नीरज तिवारी, बबलू सिंह, केडी जोशी आदि ने विचार व्यक्त किए।