उत्तराखंड में तो क्या बिजली विभाग के नेताओ ने हड़ताल खत्म कर दी लेकिन कर्मचारी क्या अभी भी नहीं डटे है…..
देहरादून : ऊर्जा के तीनों निगमों की हड़ताल को भले सरकार ख़त्म कराने के दावे कर रही हो लेकिन हकीकत ये है कि कर्मचारी अभी भी हड़ताल पर अडिग हैं। यही वजह है कि कई इलाकों में बिजली आपुर्ति बहाल नहीं हो सकी है। कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारा दिया है हड़ताल अभी जारी है, प्रेशर अभी भारी है।गौरतलब है कि वेतन विसंगति को लेकर ऊर्जा के तीनों निगमों के कार्मिक सोमवार मध्य रात से हड़ताल पर हैं।
सरकार ने हड़ताल खत्म कराने को लेकर कर्मचारियों पर दबाव बनाते हुए 6 माह के लिए हड़ताल प्रतिबंधित की है लेकिन कर्मचारी मानने को तैयार नहीं। मंत्री हरक सिंह रावत के साथ हुई कर्मचारी नेताओं की वार्ता के बाद दावा किया गया कि हड़ताल एक माह के लिए टाल दी गयी है लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है।कर्मचारी देर रात तक कांवली रोड स्थित upcl मुख्यालय पर डटे हैं। उनका कहना है कि कर्मचारी नेताओं की जो वार्ता सरकार से हुई है
उससे वह सहमत नहीं हैं। इसलिए हड़ताल खत्म करने का कोई मतलब नहीं है। इधर राजधानी देहरादून समेत पूरे राज्य में लोगों को अब बिजली कटौती से परेशानी होने लगी है। लोगों के घरों और दुकानों पर लगे इन्वर्टर भी जवाब देने लगे हैं।
बागेश्वर :: 90 प्रतिशत बिजली ठप
बागेश्वर खंड की बिजली 90% बंद हैं , जिला अधिकारी अपने दल बल के साथ आये थे , हमारे साथियों द्वारा बता दिया है कि हम हड़ताल पर हैं आप चाहे तो स्वयं बिजली चालू करवा लें । हड़ताल जारी है घबराने की कोई बात नही है।