उत्तराखंड में एक और पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा ,उद्घाटन से पहले ही बह गया सुखी नदी पर बना पुल ,कांग्रेस ने उठाए सवाल….
देहरादून : नई बस्ती से रामगढ़ को जाने वाली जंगलात के रास्ते पर सुखी नदी पर बने पुल के बहने की खबर से महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा एवं वार्ड 78 के पार्षद रमेश कुमार मंगू ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया, यह पुल हाल में ही विधायक निधि से फॉरेस्ट विभाग ने बनाया, जिसका उद्घाटन भी नही हुआ
यह पुल कल रात की बारिश से भाजपा के बढ़ते भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। अगर घटिया निर्माण सामग्री और बढ़ती कमीशनखोरी बात करें चाहे वो बड़ासी पुल हो, डोईवाला फ्लाईओवर हो या प्रेमनगर में गिरे पुस्ते की बात हो हर जगह घटिया निर्माण सामग्री के उपयोग से चंद महीनों में ही सब ढह रहे हैं।
इस प्रकार के घटिया निर्माण पर लालचन्द शर्मा ने कहा कि इस आखिरी साल में सरकार द्वारा जिस प्रकार से कार्य किये जा रहे हैं, सभी कार्यों पर जनता के रुपयों की बर्बादी की जा रही हैं, हर जगह से रास्ते बहने, पुल टूटने, पुस्ते गिरने की खबरें लगातार आ रही है। ज़ीरो टोलरेंस का दंम्भ भरने वाली भाजपा सरकार की पोल अब खुलने लग रही है।
लालचन्द शर्मा ने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिये और जो भी विभाग,अधिकारी व ठेकेदार जिसकी भी लापरवाही सामने आए उन पर कठोर करवाई होनी चाहिए। पार्षद रमेश कुमार मंगू ने कहा कि ये नदी सुखी नदी के नाम से जानी जाती है, इसमें ज्यादा पानी नही आता, फिर भी हल्की बारिश से पुल का एक हिस्सा ढह गया, पुल को देखकर ही लग रहा है कि पुल का बेस ही सही ढंग से नही बनाया गया, साथ ही घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग किया गया, कल रात से ये पुल टूटा हुआ है, और अभी दिन तक कोई भी अधिकारी व प्रतिनिधि इसकी सुध लेने नही आये।
इस मौके पर अरुण शर्मा, पार्षद मोहन गुरुंग, पूर्व प्रधान वीरेंद्र सिंह, भगवान सिंह बिष्ट, सोशल मीडिया अध्यक्ष सुभाष धस्माना, नई बस्ती व्यापार मंडल अध्यक्ष राजेश गुरुंग आदि उपस्थित थे।।