उत्तराखंड में अतिवृष्टि से दो हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में फसलों को नुकसान, तीन जिले सबसे ज्यादा प्रभावित……..
देहरादून: राज्य में बारिश के साथ तेज हवा चलने से देहरादून और हरिद्वार जिले में भी गेहूं की फसल को काफी नुकसान हुआ है।
उत्तराखंड में पिछले दिनों अतिवृष्टि से दो हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में गेहूं, जौ, मसूर और मटर की फसल को नुकसान हुआ है। प्रदेश में टिहरी, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में सबसे अधिक फसलें क्षतिग्रस्त हुई है।
कृषि विभाग की एक रिपोर्ट के मुताबिक 11 अप्रैल को हुई अतिवृष्टि से पिथौरागढ़ में गेहूं और मसूर की 26 हेक्टेयर, रुद्रप्रयाग में गेहूं और जौ की 15.10 हेक्टेयर, बागेश्वर में गेहूं, मसूर और सरसों की 90.11 हेक्टेयर, टिहरी में गेहूं, जौ, मटर व मसूर की 2514 हेक्टेयर, उत्तरकाशी में गेहूं की 10.80 हेक्टेयर एवं चमोली जिले में गेहूं की 8.58 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फसलें क्षतिग्रस्त हुई है। विभाग के मुताबिक 2664.59 हेक्टेयर में फसलों को क्षति हुई है
प्रदेश में बारिश के साथ तेज हवा से हुआ नुकसान।
राज्य में बारिश के साथ तेज हवा चलने से देहरादून और हरिद्वार जिले में भी गेहूं की फसल को काफी नुकसान हुआ है। क्षेत्र के किसानों के मुताबिक गेहूं की तैयार फसल गिरने से नुकसान हुआ है। किसानों का कहना है कि फसल की बुवाई के लिए मंहगा बीज, जुताई एवं अन्य कृषि कार्य पर हजारों रुपये खर्च किए, लेकिन अब जबकि फसल तैयार हुई अतिवृष्टि से भारी नुकसान हुआ है।