उत्तराखंड में जरा सावधान: राजधानी में फिर सक्रिय हुआ ठक-ठक गिरोह, सिग्नल और भीड़भाड़ में कार सवारों को बना रहे शिकार…….

देहरादून: भंडारी बाग के रहने वाले गयूर मलिक ने पुलिस को बताया था कि उनकी कार शिमला बाईपा स्थित ट्रैफिक सिग्नल पर खड़ी थी। इस दौरान दो व्यक्ति कार के दोनों तरफ से आए और शीशा खटखटाने लगे। उन्हें लगा कि वह कुछ कहना चाह रहा है।

करीब दो साल बाद एक बार फिर शहर में ठक-ठक गिरोह सक्रिय हो गया। एक ही दिन में गिरोह ने तीन सिग्नल और भीड़भाड़ वाले इलाकों में रुकी तीन कारों से मोबाइल चोरी कर लिए। घटनाओं में मुकदमे दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई की और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। पुलिस ने दोनों को न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।

एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि भंडारी बाग के रहने वाले गयूर मलिक ने पुलिस को बताया था कि उनकी कार शिमला बाईपा स्थित ट्रैफिक सिग्नल पर खड़ी थी। इस दौरान दो व्यक्ति कार के दोनों तरफ से आए और शीशा खटखटाने लगे। उन्हें लगा कि वह कुछ कहना चाह रहा है। लिहाजा गयूर मलिक ने खिड़की का कांच नीचे कर दिया। इसी बीच दूसरी तरफ वाले व्यक्ति ने कुछ कहना शुरू किया तो वह उसकी बातों में उलझ गए। इसी का फायदा उठाते हुए दूसरे व्यक्ति ने कार में रखा मोबाइल फोन चोरी कर लिया। देखते ही देखते दूसरा व्यक्ति भी वहां से चला गया। इसी तरह कृष्णा विहार के रहने वाले मनमोहन सिंह ने शिकायत की थी कि उनकी कार को ट्रांसपोर्ट नगर में रोककर बातों में उलझाकर दोनों व्यक्तियों ने कार से मोबाइल चोरी कर लिया।

एसएसपी ने बताया कि इसी तरह से नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र में भी एक कार से मोबाइल चोरी कर लिया गया। तीनों मामलों में मुकदमें दर्ज किए गए। घटनास्थलों के आसपास की सीसीटीवी फुटेज देखकर संदिग्धों की पहचान को अभियान चलाया गया। इसी दौरान रविवार रात चेकिंग के दौरान चंद्रबनी चौक से दो व्यक्तियों को पकड़ा गया। इनका हुलिया सीसीटीवी फुटेज से मिलता जुलता था। पूछताछ में दोनों ने अपने नाम उत्तर प्रदेश के शामली के कांधला निवासी आदेश कुमार और मेरठ के लिसाड़ी गेट निवासी ईनाम बताए। दोनों के पास से तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे नशे के आदी हैं और इसी की पूर्ति के लिए चोरी करते हैं। पहले भी दोनों आरोपी जेल जा चुके हैं। आरोपियों के आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।

सावधान : डेशबोर्ड या सीट पर न रखें मोबाइल
ठक ठक गैंग ऐसी गाड़ियों को चिह्नित करते हैं जिनमें महंगे मोबाइल होने की संभावना रहती है। यही नहीं आसानी के लिए ये वह उन्हीं गाड़ियों के शीशे खटखटाते हैं जिनमें मोबाइल डेशबोर्ड या फिर सीट पर रखे होते हैं। बता दें कि गाड़ी में बात कर मोबाइल को सीट पर रखने की सामान्य आदत होती है। इसी आदत को देखते हुए ठक-ठक गैंग घटनाओं को अंजाम देती है।

करीब दो साल बाद हुआ सक्रिय
बता दें कि ठक ठक गैंग पहले भी कई बार सक्रिय हुआ है। इससे पहले मई 2023 में पटेलनगर, कोतवाली आदि क्षेत्रों में ठक-ठक गैंग ने दर्जनों कारों में इस तरह से चोरी की थी। उस वक्त पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जबकि, वर्ष 2019 में भी इस तरह की घटनाएं सामने आईं थीं।

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