उत्तराखंड में आपदा के 26 दिन बाद केदारनाथ की पैदल यात्रा शुरू, 400 यात्री हुए रवाना, 180 ने किए दर्शन…….
देहरादून: बीते 31 जुलाई को केदारनाथ पैदल मार्ग पर अतिवृष्टि के बाद से आवाजाही बंद चल रही थी। मंगलवार को सोनप्रयाग से प्रशासन और पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच यात्रियों को धाम भेजना शुरू किया गया।
गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग से धाम की यात्रा शुरू हो गई है। सोनप्रयाग से 180 यात्री पैदल मार्ग से धाम पहुंचे और बाबा के दर्शन कर पुण्य अर्जित किया। बता दें कि बीते 31 जुलाई को पैदल मार्ग पर अतिवृष्टि के बाद से आवाजाही बंद चल रही थी।
आपदा के 26 दिन बाद पैदल मार्ग बाबा के जयकारों से गूंजा। इस दौरान लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विनय झिक्वांण और केदारनाथ विकास प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यकारी योगेंद्र सिंह ने गौरीकुंड से केदारनाथ तक पैदल रास्ते का निरीक्षण किया।
मंगलवार को सोनप्रयाग से प्रशासन और पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह 7 बजे से यात्रियों को धाम भेजना शुरू किया गया। मौसम को ध्यान में रखते हुए दोपहर 12 बजे तक केदारनाथ के लिए कुल 400 यात्री केदारनाथ भेजे गए। वहीं, शाम तक 180 यात्री केदारनाथ पहुंच गए थे और बाबा केदार के दर्शन किए।
केडीए के सीईओ योगेंद्र सिंह ने बताया कि यात्रियों का कहना है कि, पैदल मार्ग काफी हद तक ठीक हो गया है, कुछ स्थानों पर और अधिक सुधारीकरण की जरूरत है। यात्रियों के सुझाव के तहत पैदल मार्ग को दुरस्त करने के साथ जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास करेंगे।
केदारनाथ पैदल यात्रा शुरू हो गई है। सोनप्रयाग से कड़ी सुरक्षा के बीच पहले दिन 400 यात्री गए हैं, जिनका पूरे पैदल मार्ग पर मॉनीटरिंग की गई है। शाम तक 180 यात्री धाम पहुंच गए थे, जिन्होंने दर्शन किए हैं। हेलिकॉप्टर से भी अब, यात्रियों के पहुंचने की संख्या बढ़ने लगी है।: अनिल कुमार शुक्ला, उप जिलाधिकारी ऊखीमठ।