उत्तराखंड की राजधानी का सबसे बड़े फोन, इलेक्ट्रानिक बाजार राज प्लाजा भी निशाने पर, ये कार्यवाई की तैयारी…….
देहरादून: एमडीडीए ने बेसमेंट में पार्किंग नहीं करने पर राज प्लाजा को कार्रवाई की चेतावनी दीIबेसमेंट में कोचिंग चलाने वालों पर प्रशासन का शिकंजा कसने लगा है। मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण ने बेसमेंट में कारोबार करने वालों को नोटिस देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
कोचिंग सेंटर्स पर कार्रवाई के बीच दून का सबसे बड़ा इलेक्ट्रानिक बाजार राज प्लाजा भी निशाने पर है। एमडीडीए ने राज प्लाजा को नोटिस भेजा है। कहा गया कि राज प्लाजा में पार्किंग की जगह का प्रयोग कर लोअर ग्राउंड फ्लोर में अवैध स्टोर-दुकानों का निर्माण किया है। इससे पार्किंग की समस्या हो रही है। एमडीडीए ने पार्किंग नहीं होने पर राज प्लाजा को कार्रवाई की चेतावनी दी है। नोटिस मिलने पर व्यापारियों में हड़कंप मचा है। व्यापारियों ने राजपुर विधायक खजान दास एवं शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से हस्तक्षेप की मांग की है।
गौरतलब हो कि देहरादून में बेसमेंट में कोचिंग चलाने वालों को चिह्नित कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। एमडीडीए ने 20 से अधिक ऐसे लोगों को नोटिस जारी किए हैं, जो बेसमेंट में कोचिंग या दफ्तर-दुकान चला रहे हैं। राज प्लाजा कॉम्प्लेक्स के संचालकों को भी नोटिस थमाया गया है। इसे लेकर व्यापारियों में अफरातफरी मची है। राज प्लाजा शॉप कीपर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक नारंग ने एमडीडीए के नोटिस पर आपत्ति जताई है। प्रेस वार्ता कर कहा कि एमडीडीए ने पहले भी नोटिस दिया था। जिसमें कहा गया था कि राज प्लाजा के बेसमेंट पार्किंग के स्वीकृत मानचित्र में दुकानों का अवैध निर्माण किया गया है। इस प्रकरण का निस्तारण हो गया था।
उन्होंने कहा कि अब फिर एमडीडीए ने नोटिस देकर लोअर ग्राउंड फ्लोर पर स्टोर-दुकानों के अवैध निर्माण की बात की है। राज प्लाजा शॉप कीपर वेलफेयर एसोसिएशन के अनुसार परिसर में द्वितीय फ्लोर की ग्राहकों का आवागमन न के बराबर है। मुख्य कारोबार केवल ग्राउंड एवं प्रथम तल पर ही है। ऊपर की कई दुकानें खाली हैं। यह केवल ऑफिस के उपयोग में लाई जा रही हैं। लोअर ग्राउंड पर व्यापार न के बराबर है और लोअर ग्राउंड फ्लोर पर केवल छोटे व्यापारी अपना व्यवसाय कर रहे हैं। इसमें स्टोर-दुकान का प्रयोग भंडारण तथा ऑफिस के लिए किया जा रहा है। इसलिए नोटिस देकर लोअर ग्राउंड फ्लोर में चलने वाली दुकानों पर कार्रवाई करना नाजायज है।
एमडीडीए के नोटिस में तर्क।
एमडीडीए ने नोटिस देकर कहा कि पार्किंग की जगह में ही राज प्लाजा में लोअर ग्राउंड फ्लोर बना दिया गया है। यह अवैध है। जबकि व्यापारियों का कहना है कि यह नक्शा दशकों पहले पास कराया गया था, तभी यह बिल्डिंग बनी। अब एमडीडीए की आपत्ति नाजायज है।
शहरी विकास मंत्री तक पहुंचा मामला।
राज प्लाजा शहर का सबसे बड़ा इलेक्ट्रानिक बाजार है। शॉपकीपर वेलफेयर एसोसिएशन के प्रवक्ता अमरजीत सिंह के अनुसार राजपुर विधायक खजान दास व शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से मुलाकात कर उन्हें अपनी परेशानियों से अवगत कराया है। शहरी विकास मंत्री ने एमडीडीए के अधिकारी से चर्चा कर राज प्लाजा कांप्लेक्स की समस्या का निस्तारण करने के निर्देश दिए हैं। राजपुर विधायक खजान दास ने 13 अगस्त को एमडीडीए के अधिकारियों के साथ राज प्लाजा परिसर में पहुंचकर मौका मुआयना कर स्थायी निस्तारण का आश्वासन दिया है।
किसी कॉम्प्लेक्स विशेष पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। बेसमेंट में कारोबार करने वाले सभी कॉम्प्लेक्स एवं प्लाजा चिह्नित किए जा रहे हैं। नियमों का पालन कराने के लिए कहा जा रहा है। राज प्लाजा में बेसमेंट की पूरी जगह का प्रयोग पार्किंग के लिए करने को कहा गया है। – बंशीधर तिवारी, उपाध्यक्ष एमडीडीए