उत्तराखंड के ऋषिकेश एम्स में ऑपरेशन थिएटर की घटना, चिकित्सकों के भारी विरोध के बाद मंगलवार शाम को की गई नर्सिंग अधिकारी की गिरफ्तारी……
ऋषिकेश: एम्स ऋषिकेश में महिला चिकित्सक से छेड़छाड़ के बाद गुस्साए चिकित्सक और उन्हें शांत कराने का प्रयास करती पुलिस।
लंबे समय से ऋषिकेश एम्स अपनी कार्यप्रणाली के कारण चर्चा में बना हुआ है। अब एक गंभीर मामले में ऋषिकेश एम्स की छवि धूमिल हुई है। यहां एक महिला चिकित्सक ने नर्सिंग अधिकारी पर छेड़खानी का आरोप लगाया है। इस घटना के बाद एम्स के चिकित्सकों ने डीन कार्यालय के घेराव करते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन किया। जिसके बाद ऋषिकेश पुलिस अस्पताल में पहुंची और नर्सिंग अधिकारी को गिरफ्तार किया गया।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स ) ऋषिकेश में सर्जरी विभाग में तैनात महिला चिकित्सक के साथ छेड़खानी की घटना सोमवार शाम की बताई जा रही है।महिला चिकित्सक का आरोप है कि नर्सिंग अधिकारी सतीश कुमार ने आपरेशन के दौरान उनके साथ छेड़छाड़ की। कहा कि सतीश कुमार को उन्होंने ड्यूटी संबंधी कार्य के लिए कहा, जिस पर वह चिल्लाया। इसके बाद उसने अनुचित तरीके से स्पर्श करने का प्रयास किया।
महिला चिकित्सक ने आरोप लगाया कि सतीश ने उन्हें व्हाट्सएप पर अनुचित संदेश भी भेजे और फांसी की फोटो भेजकर मानसिक उत्पीड़न भी किया। महिला चिकित्सक ने एम्स की आंतरिक चिकित्सा प्रकोष्ठ में भी शिकायत की है। मंगलवार को साथी चिकित्सकों को घटना की जानकारी मिलने पर उन्होंने प्रदर्शन किया और कई घंटे तक आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। हालांकि, इस बीच एम्स चौकी प्रभारी विनेश कुमार और उनकी टीम दिनभर चिकित्सकों का गुस्सा शांत कराने का प्रयास करती रही।
एम्स के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार ने कहा कि यह गंभीर मामला है। एम्स प्रशासन की ओर से सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। आरोपी नर्सिंग आफिसर सतीश कुमार को निलंबित किया जाएगा। उसके खिलाफ गहन जांच कराई जाएगी। इसके बाद भी चिकित्सक शांत नहीं हुए। घटना की गंभीरता को देखते हुए शाम को नर्सिंग अधिकारी सतीश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया।
ऋषिकेश कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि महिला चिकित्सक की तहरीर पर शाम को आरोपित नर्सिंग अधिकारी के खिलाफ छेड़छाड़ व धमकी देने संबंधी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसके क्रम में आरोपित को पुलिस ने भारी पुलिस बल के साथ एम्स पहुंचकर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी अधिकारी राजस्थान का मूल निवासी बताया जा रहा है। दूसरी तरफ एम्स प्रशासन ने भी कार्रवाई करते हुए आरोपित अधिकारी को निलंबित कर दिया है।
गिरफ्तारी के लिए जब पुलिस एम्स पहुंची थी तो उस समय भी चिकित्सक भारी प्रदर्शन कर रहे थे। उनका गुस्सा आरोपी नर्सिंग अधिकारी सतीश कुमार के प्रति साफ जाहिर हो रहा था। किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस को अपना वाहन इमरजेंसी वार्ड के भीतर से गुजरना पड़ा। आरोपी अफसर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस बमुश्किल अपने वाहन को वहां से निकाल सकी। नर्सिंग अधिकारी को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद चिकित्सकों का गुस्सा फिलहाल शांत दिख रहा है।