उत्तराखंड के ये हैं होनहार छात्र-छात्राएं, इन्होने किया उत्तराखंड टॉप…….
देहरादून: इन्होंने मारी बाजी, जानिए कौन हैं 10वीं और 12वीं के टॉप थ्री छात्र-छात्राएं हाईस्कूल में संस्थागत और व्यक्तिगत एक लाख, 16 हजार, 379 परीक्षार्थी और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में 94 हजार, 768 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। कुल दो लाख 11 हजार 147 परीक्षार्थियों को परीक्षाफल जारी हुआ।
उत्तराखंड बोर्ड कक्षा 10वीं और 12वीं के नतीजे आज घोषित हो गए हैं। बोर्ड के सभापति महावीर सिंह बिष्ट ने उत्तराखंड बोर्ड का हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का परीक्षा परिणाम सुबह साढ़े 11 बजे घोषित किया। इस बार हाईस्कूल में 89.14% और इंटर में 82.63% बच्चे हुए पास हुए हैं।
10वीं के टॉप थ्री छात्र-छात्राएं
पिथौरागढ़ की प्रियांशी रावत ने 500 में से 500 अंक लाकर हाईस्कूल की परीक्षा में प्रदेश में टॉप किया।
रुद्रप्रयाग के शिवम मलेठा ने 500 में से 498 अंक लाकर दूसरा स्थान प्राप्त किया।
वीएमआईसी श्रीकोट गंगानाली पौड़ी गढ़वाल के आयुष ने 500 में से 495 अंक लाकर तीसरा स्थान हासिल किया है।
ये हैं 12वीं के टॉप थ्री छात्र-छात्राएं
अल्मोड़ा के पीयूष खोलिया और एचजीएसएसवीएमआईसी कुसुमखेड़ा हल्द्वानी की छात्रा कंचन जोशी ने 500 में से 488 अंक लाकर पहला स्थान प्राप्त किया।
दूसरे स्थान पर एपीआईसी जवाहर नगर रुद्रप्रयाग के अंशुल नेगी ने 500 में से 485 अंक लाकर दूसरा स्थान प्राप्त किया।
एस.वी.एम.आई.सी आवास विकास ऋषिकेश के हरीश चंद्र बिजल्वाण ने 500 में से 480 अंक लाकर तीसरा स्थान पाया।
त्तराखंड इंटरमीडिएट बोर्ड में अल्मोड़ा के पियूष खोलिया ने 97.60 फ़ीसदी अंक हासिल करके प्रदेश में संयुक्त रूप से पहला स्थान हासिल किया है. मेरिट लिस्ट में अल्मोड़ा के पियूष खोलिया विवेकानंद इंटर कॉलेज अल्मोड़ा के छात्र रहे हैं। पीयूष के पिता का बचपन में देहान्त हो गया था। उनकी पढ़ाई का जिम्मा माता ने संभाला।
पीयूष ने इस कामयाबी के लिये स्कूल के शिक्षकों एवं माताजी को श्रेय दिया और वह भविष्य में रिसर्च के क्षेत्र काम करने का है वही प्रधानाचार्य का कहना है कि, पीयूष मेधावी छात्र है आज उसकी मेहनत रंग लाई है और स्कूल के साथ अल्मोड़ा का नाम भी रोशन किया है।
उत्तराखंड बोर्ड में हल्द्वानी के हरगोविंद सुयाल इंटर कॉलेज की छात्रा कंचन जोशी ने इंटरमीडिएट में टॉप किया है कंचन जोशी ने 97.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर उत्तराखंड टॉप किया हैं। जिसके बाद कंचन के स्कूल में खुशी का माहौल है। कंचन जोशी के पिता एक सिक्योरिटी गार्ड है।
वहीं टॉपर कंचन जोशी ने कहा की वो इसका श्रेय अपने माता पिता को देती है, पढ़ाई में उसके माता पिता और शिक्षकों ने पूरा सहयोग दिया वो भविष्य में इंजीनयर बनना चाहती है, वहीं स्कूल के प्राचार्य के एस बिष्ट ने बताया कि कंचन की पढ़ने की लगन ने आज उसे ये स्थान दिलाया है पूरे स्कूल के साथ ही उत्तराखंड को उस पर बहुत गर्व है।