उत्तराखंड में अल्मोड़ा के मोहन रयाल ने पकड़ी 19 किलो की गोल्डन महाशीर, ट्रॉफी अपने नाम की….
चंपावत: टनकपुर के चूका में आयोजित राष्ट्रीय एंग्लिंग प्रतियोगिता का समापन हो गया है। टनकपुर के किरोड़ा मैदान निकट एआरटीओ कार्यालय मैदान में आयोजित समारोह में विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया।
दो दिन तक चली प्रतियोगिता में 19 एंगलरों ने कैच एंड रिलीज के तहत 12 मछली पकड़ी। एंगलरों ने टनकपुर के चूका को बेहतर डेस्टिनेशन बताया। उन्होंने उत्तराखंड सरकार द्वारा किए गए इस कार्य की सराहना करते हुए सफल आयोजन हेतु उत्तराखंड पर्यटन विभाग व मत्स्य विभाग के द्वारा की गई बेहतर व्यवस्था के लिए उनकी सराहना की।
राष्ट्रीय एंग्लिंग प्रतियोगिता के समापन अवसर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले देशभर से आए एंगलरों को पुरस्कृत किया गया। एंग्लिंग प्रतियोगिता दो कैटेगरी में आयोजित की गई थी। जिसमें सबसे बड़ी मछली पकड़ने वाले अल्मोड़ा के मोहन रयाल ने 19 किलो की गोल्डन महाशीर पकड़कर ट्रॉफी अपने नाम की।
प्रतियोगिता के अंतर्गत सबसे अधिक मछली पकड़ने में नोएडा के प्रतीक सिंह ने सबसे अधिक कुल तीन मछली पकड़ी। कार्यक्रम के दौरान सभी विजेता व उप विजेताओं को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर विमल गोस्वामी और बीआरओ के कर्नल राकेश पाठक द्वारा सम्मानित कर ट्रॉफी प्रदान की।
प्रथम स्थान पर आने वाले प्रतिभागी को सबसे बड़ी मछली पकड़ने पर 52 हज़ार दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे एंगुलर को 20 हजार रुपये के गिफ्ट हैंपर दिए गए। सबसे अधिक मछली पकड़ने वाले को 54 हजार के गिफ्ट हैंपर दूसरे स्थान पर सबसे अधिक मछली पकड़ने वाले को 20 हज़ार के गिफ्ट हैंपर दिए गए।
इस अवसर पर आयोजित सास्कृतिक कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध पंजाबी गायक सीडके के ग्रुप द्वारा बालीवुड और पंजाबी गाने प्रस्तुत किए गए जिनका दर्शकों ने जमकर लुत्फ उठाया।
सबसे बड़ी मछली पकड़ने की प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर तमिलनाडु से आए पांडी रहे जिन्होंने 17.7 किलो की मछली पकड़ी तथा तीसरे स्थान पर कर्नल दीपक डैनियल पंत रहे जिन्होंने 7.2 किलो की मछली पकड़ी। सबसे अधिक मछली पकड़ने वाले दूसरे स्थान पर तेलांगाना के अब्दुल आसिफ ने 2 मछली पकड़ी। कार्यक्रम के सफल संचालन में जज की भूमिका में डैरिक डिसूजा, संतोष कोलवंकर, श्याम गुरुंग, अरुण आभा रहे।
इस दौरान कार्यक्रम में जिला पर्यटन विकास अधिकारी अरविंद गौड़, जिला मत्स्य प्रभारी केएस बगड़वाल, साहसिक खेल अधिकारी पर्यटन विभाग मोहम्मद शाहिद, वाटर स्पोर्ट्स ऑफिसर अनूप सिंह गुसाईं, श्याम लाल गिमनार, प्रदीप राज सिंह, विकास भंडारी, किशन ठाकुर, शंकर सिंह सामंत, तेज सिंह, शंकर बिष्ट, ललित बिष्ट, राहुल सामंत, रमेश पंत, राजेंद्र गड़कोटी, आशु गड़कोटी, विनय अरोड़ा मोनी बाबा ने सहयोग प्रदान किया।