उत्तराखंड में आज से केदारनाथ धाम में चार सूत्रीय मांगों को लेकर तीर्थ पुरोहितों का आमरण अनशन हुआ शुरू..….
देहरादून: केदारनाथ धाम में भू-स्वामित्व के साथ भवन देने समेत विभिन्न मांगों को लेकर तीर्थ पुरोहित सोमवार यानी आज से आमरण अनशन शुरू कर दिया है। रविवार को दूसरे दिन भी तीर्थ पुरोहित मांगों को लेकर धरने पर बैठे रहे। हालांकि बाजार समेत होटल और लाज खुलने से तीर्थ यात्रियों ने राहत की सांस ली।
केदारसभा के आह्वान पर केदारपुरी में 24 घंटे से बंद प्रतिष्ठानों को रविवार को खोल दिया गया। इस दौरान धरने पर बैठे तीर्थ पुरोहित एवं स्थानीय निवासियों ने आंदोलन को सफल बनाने का आह्वान किया।
तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि केदारनाथ आपदा को 10 वर्ष बीतने के बावजूद अभी तक उन्हें भू स्वामित्व नहीं मिला है। जबकि, ध्वस्त भवनों को लेकर भी सरकार गंभीर नहीं है। धाम में बिना तीर्थ पुरोहितों को विश्वास में लिए भवनों से छेड़छाड़ की जा रही है।
केदारनाथ धाम में वर्ष 2013 की आपदा में बहे भवनों के स्थान पर जो निर्माण हुए वे भवन उन्हें सौंपे जाएं। कहा कि केदारनाथ धाम में चल रहे निर्माण कार्यों को लेकर सरकार को अपनी स्थिति साफ करनी चाहिए। इसके साथ ही तीर्थ पुरोहितों ने केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में लगी सोने की परत की उच्च स्तरीय जांच की मांग भी दोहराई।
सोमवार को केदारसभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, मंत्री अंकित सेमवाल, कोषाध्यक्ष प्रवीण तिवारी, सदस्य प्रदीप शुक्ला एवं पंकज शुक्ला आमरण अनशन पर बैठेंगे।
धरना देने वालों में केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, मंत्री अंकित सेमवाल, संतोष त्रिवेदी, पंकज शुक्ला, संदीप सेमवाल, विजेंद्र शर्मा, उमेश चंद्र पोस्ती, चिमनलाल शुक्ला, प्रदीप शुक्ला, अरविंद शुक्ला, अनुराग शुक्ला, आशीष शुक्ला समेत बड़ी संख्या में तीर्थ पुरोहित एवं स्थानीय लोग मौजूद रहे।
वहीं दूसरी ओर चार सूत्रीय मांगों को लेकर चल रहा केदार सभा के आंदोलन को उत्तराखंड चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत ने अपना पूर्ण समर्थन दिया है। अगर सरकार शीघ्र तीर्थपुरोहितों की मांगों पर आवश्यक कार्रवाई नहीं करती है, तो महापंचायत चारों धामों में प्रदर्शन करेगी।
चारधाम तीर्थ महापंचायत के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने बयान में कहा कि केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित पिछले 10 वर्षों से अपने पुनर्स्थापन की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक यह मांग पूरी नहीं हो पाई है।
महापंचायत अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने कहा अगर केदारसभा के तीर्थ पुरोहितों की चार सूत्र मांगों को जल्दी पूरा नहीं किया गया तो चारों धामों में आंदोलन किया जाएगा। रात्रि को तीर्थ यात्रियों ने झेली दिक्कत शनिवार को केदारनाथ धाम में बाजार के साथ होटल-लाज बंद होने से तीर्थ यात्रियों को काफी परेशानी हुई।
हालांकि बदरी-केदार मंदिर समिति और प्रशासन की ओर से किसी तरह तीर्थ यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था की गई। बीकेटीसी देर रात तक तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराती रही। हालांकि तीर्थ यात्रियों की ओर से नाराजगी भी जताई गई।