उत्तराखंड में यहाँ घर में बेटी की शादी…ऑटो में भूल गए जेवर और नकदी से भरा बैग, फिर हुआ ऐसा की लौट आई खुशियाँ……
देहरादून: घर में बिटिया की शादी हो और जिस वाहन में दुल्हन के गहनों से भरा बैग छूट जाए.. सोचिए उस परिवार में क्या बीतेगी…एक तरफ शादी का माहौल और दूसरी ओर ये टेंशन की अब करें तो करें क्या…लेकिन आपने सुना होगा न कि कर भला तो हो भला…शायद यही अच्छाई सामने आई और मुसीबत के बादल पल में छंट गए… यह वाक्या हल्द्वानी के मुखानी क्षेत्र का है जहां एक टेम्पो चालक कीर्ति बल्लभ जोशी ने ईमानदारी की मिशाल पेश की है..
जब दुल्हन के परिजन ऑटो में दुल्हन के जेवर भूल जाने को लेकर चिंतित थे और क्या करें क्या न करें की उधेड़ बुन में थे और इन सब के बीच दो घंट की इस चकल्लस के बाद आचानक वही टेम्पो चालक मानो भगवान का रूप धर सामने आ खड़ा हुआ… कीर्ति बल्लभ जोशी ने ईमानदारी की मिशाल पेश करते हुए दुल्हन के जेवर वाला बैग लौटा दिया…यह देख मेहमार, रिश्तेदार सब वाह..वाह कर उठे और खुशी के मारे बुझे चेहरे फिर से खिल उठे…
ईमानदार टेम्पो चालक जोशी ने कन्या का कन्यादान होने का हवाला देकर कोई भी इनाम लेने से इंकार कर दिया..और दुल्हन और दूल्हे के परिजनों ने आज के दौर में ईमानदारी की मिशाल बने चालक जोशी का माला पहना कर स्वागत अभिनन्दन किया।