उत्तराखंड में सेना भर्ती रैली के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी, चार दिन में चार हजार ने किया पंजीकरण…..
देहरादून: एक जुलाई से शुरू हुई पंजीकरण प्रक्रिया की अंतिम तिथि 30 जुलाई है। थल सेना की भर्ती रैली के लिए सोमवार तक चार हजार युवाओं ने अपना पंजीकरण करवा लिया है। पंजीकरण पूरे होने के बाद जिलेवार होने वाली भर्ती रैली का कार्यक्रम घोषित किया जाएगा।
अग्निपथ योजना के तहत आयोजित की जा रही थल सेना की भर्ती रैली के लिए सोमवार तक चार हजार युवाओं ने अपना पंजीकरण करवा लिया है। एक जुलाई से शुरू हुई पंजीकरण प्रक्रिया की अंतिम तिथि 30 जुलाई है।
पौड़ी गढ़वाल के लैंसडौन में स्थित थल सेना भर्ती कार्यालय के तत्वावधान में आयोजित की जाने वाली भर्ती रैली को लेकर युवाओं का पंजीकरण शुरू हो चुका है। सेना की वेबसाइट पर एक जुलाई से पंजीयन प्रक्रिया शुरू हुई थी। सेना भर्ती कार्यालय के भर्ती निदेशक कर्नल मुनीष शर्मा ने बताया कि 30 जुलाई तक युवाओं के पंजीकरण पूरे होने के बाद जिलेवार होने वाली भर्ती रैली का कार्यक्रम घोषित किया जाएगा। आयु सीमा में दो वर्षों की छूट की दी गई।
मुनीष शर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से इस बार भर्ती रैली में युवाओं को भर्ती की आयु सीमा में दो वर्षों की छूट की दी गई है। कोटद्वार में लैंसडौन सेना भर्ती कार्यालय के तत्वावधान में 19 अगस्त से भर्ती रैली आयोजित करने की तिथि प्रस्तावित है। आनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद वेबसाइट पर ही युवाओं के प्रवेश पत्र अपलोड हो जाएंगे, जिनका प्रिंट निकालकर युवाओं को प्रस्तावित तिथि के दौरान भर्ती रैली में जरूरी दस्तावेजों के साथ पहुंचना होगा।
सरकार का उद्देश्य ‘अग्निपथ’ योजना के तहत भारत के युवाओं को आर्ल्ड फोर्सेस में बतौर अग्निवीर सेवा का मौका देने का है। भारत सरकार ने तीनों सेनाओं में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना लांच की है। सरकार ने कहा है कि सेना में चार साल की सेवा के बाद 25 प्रतिशत अग्निवीरों तो सेना में ही स्थायी रूप से ले लिया जाएगा। शेष जवानों में से जो कारोबार करना चाहेंगे, उन्हें रियायती दर पर बैंक से कर्ज की सुविधा दी जाएगी।
अगर सेना में चार साल बिताने वाला वह नौजवान 10वीं पास करके ही आया होगा। उन्हें कक्षा 12वीं का सर्टिफिकेट दिया जाएगा। आगे की पढ़ाई के लिए ब्रिजिंग कोर्स की सुविधा दी जाएगी और जो युवा नौकरी करना चाहेंगे उन्हें कई केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और राज्य पुलिस भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी।