छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन योजना बहाल, बजट में हुआ ऐलान, तो उत्तराखंड में कर्मचारी क्यों हुए खुश…..
छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वित्त मंत्री के रूप में वर्ष 2022-23 का राज्य बजट पेश किया. सीएम ने बजट में कई ऐतिहासिक घोषणाएं की हैं, जिसमें पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme)बहाल करना है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज वर्ष 2022-23 का राज्य के लिए एक लाख करोड़ से अधिक का बजट पेश किया है, जिसमें राज्य के कर्मचारियों को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा के मद्देनजर पुरानी पेंशन योजना लागू करने की सौगात दी है. एक जनवरी 2004 और उसके बाद नियुक्त कर्मचारियों के लिए नई पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू की जाएगी. इससे राज्य के करीब 3 लाख कर्मचारियों को फायदा होगा. पुरानी पेंशन योजना बहाल करने के बाद राज्य में जश्न का माहौल है. राज्य कर्मचारी संघ ने इस फैसले का स्वागत किया है।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के संघर्ष लाया रंग हुई , छत्तीसगढ़ में मोर्चा के संघर्ष ने पुरानी पेंशन कराई बहाल।
राजस्थान सरकार के बाद छत्तीसगढ़ की सरकार ने बजट सत्र में पुरानी पेंशन बहाल करते हुए कर्मचारी हित में बने रहने का तमगा हासिल कर लिया । इस संघर्ष के पीछे विशेषकर राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री संजय शर्मा व राष्ट्रीय महासचिव वीरेंद्र दुबे की भूमिका समाहित थी।
इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष अनिल बडोनी, योगिता पंत,डॉ डी सी पसबोल,सीताराम पोखरियाल,मिलेंद बिष्ट,जयदीप रावत, नरेश भट्ट,सुबोध कांडपाल,रश्मि गौड़,रेनु डांगला,सौरव नौटियाल, प्रदीप सजवाण आदि ने विशेष बधाईयां दी हैं ।
प्रदेश अध्यक्ष अनिल बडोनी ने कहा की इस पुरानी पेंशन बहाली के पीछे विशेषकर राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा संगठन के नेतृत्व का योगदान है । जिसने अनवरत संघर्ष को बनाये रखा। 13 मार्च को छत्तीसगढ़ में विधान सभा का घेराव होना था लेकिन सरकार ने कर्मचारियो की एहम मांग को समझते हुए बजट सत्र के पहले दिन ही पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा कर दी। इसके लिए आदरणीय मुख्यमंत्री जी का विशेष आभार।
प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि शीघ्र उत्तराखंड में भी इस का असर देखने को मिलेगा और आने वाली सरकार अवश्य इस मांग को प्राथमिकता देते हुए पुरानी पेंशन बहाल करेगी।
प्रदेश उपाध्यक्ष देवेंद्र बिष्ट ने कहा कि यह संयुक्त मोर्चे के संघर्ष का परिणाम है कि जिस जगह भी लड़ाई लड़ी है वहां ईमानदारी से संघर्ष किया है और उसका परिणाम सामने है।
प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ डी सी पसबोला ने कहा कि अब कुछ प्रमाणित करने की आवश्यकता नही है कि कौन सा संगठन पुरानी पेंशन बहाली के लिये धरातल पर काम कर रहा है और केवल जनसमूह को राजनीतिक स्वार्थ सिद्धि के लिए प्रयोग कर रहे हैं।
प्रदेश प्रेस सचिव डॉ कमलेश कुमार मिश्र का कहना है आज संयुक्त मोर्चा ने असम्भव को सम्भव कर दिखाया है । आदरणीय बी पी सिंह रावत संघर्ष के सच्चे प्रतीक बन चुके हैं । आज देश के सारे राज्यो के कर्मचारी उनकी ओर उम्मीद से देख रहे हैं।
पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन एनएमओपीएस उत्तराखंड की प्रांतीय कार्यकारिणी ने छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने हेतु छत्तीसगढ़ सरकार और एनएमओपीएस छत्तीसगढ़ एवं एनएमओपीएस के प्रांतीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री विजय कुमार बंधु जी को बधाई दी।
एनएमओपीएस/अटेवा का संघर्ष अब रंग लेने लगा है। पहले राजस्थान सरकार ने और अब छत्तीसगढ़ ने भी पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल का निर्णय लिया है जो कि स्वागत योग्य कदम है, उत्तराखंड एनएमओपीएस को दस महासंघ और 68 संघों का समर्थन प्राप्त है।सभी ने छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल होने पर खुशी का इजहार किया और बधाई दी और उत्तराखंड में भी पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने हेतु संघर्ष किया जायेगा और आंदोलन चलाया जाएगा, बैठक प्रांतीय अध्यक्ष जीतमणि पैन्युली की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रांतीय महामंत्री श्मुकेश रतूड़ी प्रांतीय कोषाध्यक्ष शांतनु शर्मा प्रांतीय प्रचार मंत्री हर्षवर्धन जमलोकी प्रांतीय प्रवक्ता सूर्य सिंह पंवार मीडिया प्रभारी मनोज अवस्थी चेयरमैन संघर्ष समिति जगमोहन सिंह रावत देहरादून जनपद की महासचिव हेमलता कजालिया मनीषा कंडवाल अनिल कुमार निशांत सिंह मयंक बिष्ट राकेश महल सोनिया मलिक राकेश जोशी सुनील खेड़ा मदन राणा अनुज शेखर चमोली रणजीत रावत महेश धर्म सत्तू कमलेश जोशी दिवाकर पंत चंद्रमोहन डोभाल जगजीवन चौहान अनीता शर्मा प्रांतीय संगठन सचिव एनएमओपीएस विकास शर्मा उत्तराखंड संयुक्त कर्मचारी परिषद के अरुण पांडे शक्ति प्रसाद भट्ट डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ के हरीश नौटियाल मिनिस्ट्रियल फेडरेशन के पूर्णानंद नौटियाल उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संघ के पंचम बिष्ट वाहन चालक संघ के संदीप मौर्य निगम कर्मचारी महासंघ के दिनेश गुसाईं प्रेम सिंह नेगी ममता आर्य मधुर बिष्ट मधु नेगी आदि उपस्थित रहे।
बैठक में समय वक्ताओं ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन विगत कई वर्षों से पुरानी पेंशन बहाली के लिए लगातार आंदोलन कर रहा है जिसका परिणाम है कि आज भारत के 2 राज्यों ने पुरानी पेंशन बहाल कर दी है और निकट भविष्य में छत्तीसगढ़ एवं मध्य प्रदेश से भी पुरानी पेंशन बहाली की उम्मीद है और उसके बाद उत्तराखंड में नई सरकार बनते ही एनएमओपीएस उत्तराखंड पुरानी पेंशन बहाली के लिए संघर्ष तेज करेगा और उम्मीद है कि कर्मचारियों की जन भावनाओं का आदर करते हुए नई सरकार पुरानी पेंशन बहाल करेगी ऐसा न करने की दशा पर एनएमओपीएस व्यापक जन आंदोलन चलाएगा।