उत्तराखंड में कांग्रेस की 55 सीटें तय 15 फसी, बैठक में हरीश रावत ने प्रीतम को क्यों कहा महाराज आप भी जनाधार वाले नेता हैं आप ही इस सीट से लड़ लो…..
देहरादून : उत्तराखंड कांग्रेस में टिकटों को लेकर गर्मा-गर्म बहस जारी है। पिछले दो दिनों से दिल्ली में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की मैराथन बैठक चल रही है, मगर अभी तक कोई भी नतीजा नहीं निकल पाया है। कहा जा रहा है की हरदा प्रीतम की चाहत के चलते 15 सीटों पर सहमति नहीं बन पा रही है। सूत्रों के मुताबिक 55 प्रत्याशियों के नाम तकरीबन तय कर लिए गए हैं।
शुक्रवार को और 10 नाम यानी करीब 55 सीटों पर सहमति बनाने के संकेत हैं। वह नाम आज या कल सीईसी की बैठक में जाऐंगे। ।आपको बता दें कि बैठक से पहले कांग्रेस की ओर से दावा किया जा रहा था कि कई सीटों पर प्रत्याशी तय कर लिये है। 15 जनवरी तक पहली सूची जारी कर दी जाएगी। । दो दिन से दिल्ली में जारी बैठक में टिकटों को लेकर भारी गहमा-गहमी भी जारी है।
हर कोई अपने समर्थक को टिकट दिलाने के लिए अड़ा हुआ है। फिलहाल 25 सीटों पर कांग्रेस में असमंजस की स्थिति बताई जा रही है।
सबसे ज्यादा असमंजस देहरादून की सहसपुर सीट को लेकर हो रहा है यहां पर पार्टी के कोषाध्यक्ष आयेंद्र शर्मा टिकट मांग रहे हैं लेकिन उनकी राह बिल्कुल भी आसान नहीं है हरीश रावत सीधे तौर पर आयेंद्र शर्मा की जगह किसी और को टिकट देने की वकालत कर रहे हैं यहां तक की स्क्रीनिंग कमिटी की बैठक में प्रीतम सिंह और हरीश रावत के बीच इसी मुद्दे को लेकर गरमा-गरम वह बहस भी हो गई।
सूत्र बताते हैं प्रीतम सिंह ने आयेंद्र शर्मा को सहसपुर का जनाधार वाला नेता बताया और उन्हें कांग्रेस से टिकट देने की बात कही लेकिन हरीश रावत ने प्रीतम सिंह पर ही पलटवार करते हुए कहा कि अरे महाराज जनाधार वाले नेता तो आप भी हैं आप ही क्यों नहीं सहसपुर से चुनाव लड़ जाते हैं ।
जी हां हरीश रावत के पीछे लगभग 14 से 15 दावेदार हैं जो या तो उनमें से किसी एक को टिकट देने की मांग कर रहे हैं या फिर हरीश रावत को सहसपुर से चुनाव लड़ाने की मांग करते हुए दिखाई दे रहे हैं हालांकि माना जा रहा है कि कांग्रेस आखरी दम तक बीजेपी में चल रहे घमासान पर भी नजर बनाए हुए हैं और इंतजार हरक सिंह रावत का भी किया जा रहा है।
15 सीटों पर हरीश रावत व प्रीतम सिंह आमने-सामने बताए जा रहें है।कुछ सीटों पर कांग्रेस को स्थानीय बनाम पैराशूट पर बगावत का सामना करना पड़ सकता है। जिनमें सहसपुर, रायपुर, मसूरी कैंट, खानपुर, हरिद्वार ग्रामीण, ज्वालापुर, यमुनोत्री, नैनीताल, बाजपुर, गदरपुर, धनौल्टी, यमकेश्वर और चौबट्टाखाल आदि विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस को भारी उलझन का सामना करना पड़ रहा है।
कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अश्वनी पांडे व कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष व पूर्व सीएम हरीश रावत दावा कर रहें है कि 55 नाम तय कर लिये गये है, मगर पार्टी तय नामों पर पिछले दो दिनों से मंथन ही कर रही है।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक तय किये गये नामों का पैनल कल या आज केंद्रीय चुनाव समिति के सामने जाएगा। सीईसी की बैठक के बाद ही कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होगी।
इन सीटों पर है घमासान
कांग्रेस में जिन सीटों पर सहमति नहीं बन पा रही है उनमें रामनगर, सहसपुर, मसूरी, रायपुर, डोईवाला, कैंट, धनौल्टी, यमुनोत्री, पुरोला, हरिद्वार ग्रामीण, यमकेश्वर, चौबट्टाखाल लेंसडाउन, रूद्रप्रयाग, नैनीताल आदि सीटें शामिल है।