उत्तराखंड में बीजेपी और सीएम धामी को इन महिलाओं ने दी सीधी चेतावनी, कहा जहाँ लड़ोगे वहाँ हराने आएंगे देखिए वीडियो…..
देहरादून : उत्तराखंड में पुलिसकर्मियों के परिजनों का ग्रेड-पे को लेकर विरोध जारी है. पुलिसकर्मियों के परिजन सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगा रहे हैं. पुलिसकर्मियों के परिजन भाजपा को चुनाव में सबक सिखाने की बात कर रहे हैं।
गुस्साए पुलिसकर्मियों के परिजनों ने पूर्व सीएम हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह से मुलाकात की। वहीं आम आदमी पार्टी ने भी ग्रेड -पे मामले को लेकर धामी सरकार को घेरा.पुलिसकर्मियों का ग्रेड-पे बढ़ाये जाने को लेकर परिजनों ने पूर्व सीएम हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह से मुलाकात की।
इस दौरान पुलिसकर्मियों के परिजनों ने हरीश रावत को अपनी मांग को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा. इस दौरान पुलिसकर्मियों के परिजनों ने दो लाख रुपये एकमुश्त दिए जाने संबंधी आदेश को लॉलीपॉप बताया है। पुलिसकर्मियों के परिजनों का कहना है कि भाजपा को सबक सिखाने के लिए इस बार पुलिसकर्मियों के परिजन कांग्रेस की सरकार बनाने में सहयोग करेंगे।
परिजनों का कहना है कि उत्तराखंड सरकार ने पुलिसकर्मियों को 2 लाख का झुनझुना थमा दिया है. लेकिन सरकार के इस फैसले से पुलिसकर्मी नाखुश हैं. यदि सरकार को कोई फैसला लेना ही था तो पुलिसकर्मियों का ग्रेड-पे 4600 सौ रुपए बहाल करती.उन्होंने बताया कि हरीश रावत ने उन्हें आश्वासन दिया है कि यदि कांग्रेस की सरकार आती है तो पुलिसकर्मियों का ग्रेड-पे 4600 रुपए लागू किया जाएगा. पुलिसकर्मियों के परिजनों का कहना है कि भाजपा सरकार ने जिस प्रकार से पुलिस परिवारों को अंधेरे में रखा, उसका खामियाजा भाजपा को विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
नेता प्रतिपक्ष से मिले परिजन: उत्तराखंड में पुलिस कर्मियों की सरकार के खिलाफ नाराजगी अभी जारी है. वहीं पुलिसकर्मियों के परिवारों ने नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह से मिले और उन्होंने कांग्रेस की सरकार आने पर पुलिसकर्मियों को 4600 ग्रेड पे देने की मांग को पूरा करने की बात रखी है।