उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में बर्फबारी, रुक पड़े सभी पुनर्निर्माण कार्य….

केदारनाथ : केदारनाथ धाम में लगातार बर्फबारी और ठंड का प्रकोप बढ़ने से वहां पुनर्निर्माण कार्य में जुटे केदारनाथ विकास प्राधिकरण (केडीए) के 70 श्रमिक को सोनप्रयाग वापस लौट आए। जबकि, 340 श्रमिक पिछले सप्ताह लौट आए थे। इसके साथ ही धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य भी ठप पड़ गए हैं और अब अगले तीन महीने बाद ही दोबारा शुरू हो पाएंगे।

केदारनाथ में फिलवक्त दो फीट बर्फ जमी हुई है और रात के वक्त न्यूनतम तापमान भी शून्य से 15 डिग्री नीचे आ जा रहा है। आने वाले दिनों में स्थितियां और दुरुह होने वाली हैं। धाम में निर्माण कार्य कर रही केडीए की लोनिवि शाखा के अधिशासी अभियंता प्रवीन कर्णवाल बताते हैं कि ठंड बढ़ने के कारण सभी श्रमिकों को सोनप्रयाग वापस बुला लिया गया है।

इसके साथ ही पुनर्निर्माण कार्य में जुटे सभी श्रमिक धाम से वापस लौट चुके हैं। विदित हो कि धाम में इस समय 130 करोड़ की लागत से द्वितीय चरण के कार्य चल रहे हैं। इनमें तीर्थ पुरोहितों के घर, पुलिस स्टेशन, मंदिर पुजारियों के घर व कार्यालय, पैदल मार्ग और कांफ्रेंस हाल का निर्माण शामिल हैं।

उधर, केदारनाथ के साथ ही तुंगनाथ, दुबलबिट्टा, चोपता, देवरिया ताल व मध्यमेश्वर समेत ऊंचाई वाले स्थानों पर भी लगातार बर्फबारी के चलते तापमान माइनस में चल रहा है।मंगलवार को जिले में सुबह से ही मौसम का मिजाज बदला रहा। आसमान में बादलों के छाये रहने निचले क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड व बदरीनाथ धाम, हेमकुंड, औली गौरसों सहित ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई। इस बीच औली पहुंचे पर्यटकों ने बर्फबारी का जमकर लुत्फ उठाया।

हालांकि औली तक जाने के लिए मोटर मार्ग में फिसलन के चलते कई जगह वाहन फंसे रहे। नव वर्ष का जश्न मनाने के लिए देश के कोने कोने से पर्यटक लगातार यहां पहुंच रहे हैं। वहीं ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने से कर्णप्रयाग समेत लोहाजंग, घेस, बलाड, रामपुर, तोरती झलिया, कुलिग, बाक, देवाल, ग्वालदम, नंदकेसरी तलवाडी आदि स्थानों पर जबरदस्त शीतलहर चल रही है। लोग ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े और अलाव का सहारा ले रहे हैं।

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