क्या रात भर चले डैमेज कन्ट्रोल के बाद सीएम धामी और अनिल बलूनी ने सब ठीक करा दिया क्या , मेडिकल कालेज को मिले 5 करोड़ , लेकिन सूत्र बताते हैं कि ये आज नहीं जाएंगे तो आचार संहिता के बाद जाएंगे…..
देहरादून : विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के इस्तीफे की खबर ने उत्तराखंड की सियासत में खलबली मचा दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हरक सिंह ने अपनी सरकार से नाराजगी जाहिर करते हुए इस्तीफा दे दिया है। कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के मंत्रिमंडल से इस्तीफा के ऐलान से एक बार फिर उत्तराखंड की सियासत में भूचाल आ गया है। बताते हैं कि हरक सिंह इस्तीफे की घोषणा कर कैबिनेट की बैठक से चले गए। सरकारी प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि हरक ने कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज के लिए बजट जारी नहीं होने पर नाराजगी जताई थी। शुक्रवार देर शाम सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक चल रही थी। अचानक कैबिनेट मंत्री हरक रावत ने कोटद्वार मेडिकल कॉलेज का मसला उठा दिया। हालांकि जब हरक सिंह रावत कैबिनेट से निकल गए तो उसके बाद कोटद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए सरकार ने 5 करोड रुपए का बजट जारी करने की घोषणा कर दी।
हरक भरी कैबिनेट में मेडिकल कॉलेज के लिए बजट जारी न करने पर इस्तीफा का ऐलान करते हुए बाहर निकल गए। कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन हरक सीधे निकल गए। रात लगभग सवा दस बजे यह घटनाक्रम हुआ। इसके बाद कैबिनेट बैठक आधे में ही स्थगित हो गई। सीएम पुष्कर धामी जब सचिवालय से अपने आवास के लिए निकल रहे थे तब पत्रकारों ने उनसे हरक के इस्तीफे को लेकर सवाल किया तो वे कुछ बोले बगैर ही अपनी गाड़ी में बैठ गए। पत्रकारों से बातचीत में सरकारी प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री उनियाल से पूछे जाने पर बताया कि उन्हें हरक के इस्तीफे की जानकारी नहीं। हरक ने कैबिनेट बैठक में जरूर इस्तीफे का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि कोटद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए पांच करोड़ भी कैबिनेट ने जारी कर दिए हैं।
मैंने इस्तीफा नहीं दिया: काऊ
मंत्री हरक सिंह रावत के साथ रायपुर के भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ के भी भाजपा छोड़ने की सूचना है। हालांकि, उमेश शर्मा काऊ ने कहा कि उन्होंने पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है। वे बोले, मैंने सुना है कि मंत्री हरक सिंह ने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। मैं इस बात की सच्चाई और कारण पता करने के लिए मंत्री के घर जा रहा हूं। उधर, विधायक उमेश शर्मा काऊ के घर के बाहर शुक्रवार देर रात तक सन्नाटा पसरा रहा। मीडिया कर्मियों ने जब उनके घर का गेट खटखटाया है तो उनका बेटा घर से बाहर आया। बेटे का कहना है कि विधायक जी ने कोई इस्तीफा नहीं दिया वह बीजेपी में हैं और बीजेपी में ही रहेंगे।
वहीं सूत्रों की माने तो अनिल बलूनी रात से ही पूरे मामले में सक्रिय रहे सूत्र बताते हैं कि अनिल बलूनी ने रात में ही अमित शाह से उमेश शर्मा काऊ की बात कराई जिसके बाद हरक सिंह से भी बात हुई है उमेश शर्मा कहना है कि उन्होंने हरक सिंह रॉवत की मुख्यमंत्री से बात करा दी हाईकमान से बात हो गई है मामला निपट गया है कोटद्वार में मेडीकल कॉलेज बनेगा छोटी मोटी घटनाएं होती रहती है कोई कहीं नहीं जा रहा है।
लेकिन अंदरूनी सूत्र बताते हैं हरक सिंह रावत आज बीजेपी छोड़कर नहीं जाएंगे तो आचार संहिता के बाद जाएंगे भारत के करीबी सूत्र बताते हैं कि हरक को कांग्रेस में जाना ही है लेकिन यह कब जाएंगे कोई नहीं कर सकता।
कुछ दिन पहले हरक सिंह के कांग्रेस में शामिल होने की हुई थी चर्चा।
इसी महीने की शुरुआत में हरक सिंह के फिर से भाजपा में शामिल होने की चर्चा हो चुकी है। इस मामले को लेकर जब हरक सिंह से पूछा गया था तो उन्होंने इसका खंडन कर दिया था। हरक सिंह से कांग्रेस के साथ नजदीकियां बढ़ने व वापसी को लेकर सवाल पूछने पर उन्होंने कहा था, उनका ऐसा कोई इरादा नहीं। हरक ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की प्रतिष्ठा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रही है। मोदी से पहले अमेरिका में किसी अन्य प्रधानमंत्री को इतना सम्मान नहीं मिला। मोदी के नेतृत्व में देश और उत्तराखंड तरक्की कर रहे हैं। केंद्र, उत्तराखंड में कई हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट पूरे कर रही है, इसलिए यह जरूरी है कि उत्तराखंड में दोबारा भाजपा की सरकार बने।
कांग्रेस के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए उन्होंने कहा था कि वह सदन में तो संख्याबल से कमजोर है ही, पार्टी ने अपनी आक्रामकता भी खो दी है। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह ने एक बार फिर जोर देकर कहा कि कांग्रेस में जाने का उनका कोई इरादा नहीं है।