ज्वालापुर विधानसभा का टिकट फाइनल करना कांग्रेस के लिए नही आसान, 17 दावेदारो ने ठोकी ताल…..
हरिद्वार : ज्वालापुर विधानसभा का टिकट फाइनल करना कांग्रेस के लिए आसान नहीं है. 17 दावेदारों ने टिकट के लिए ताल ठोक कर पार्टी की परेशानी और बढ़ा दी हैं। उत्तराखंड में हरिद्वार जिले की ज्वालापुर विधानसभा का टिकट फाइनल करना कांग्रेस के लिए आसान नहीं है. 17 दावेदारों ने टिकट के लिए ताल ठोक कर पार्टी की परेशानी और बढ़ा दी है. ऐसे में टिकट के लिए पार्टी को भारी माथापच्ची करनी पड़ रही है।
कभी भाजपा का गढ़ रह चुकी ज्वालापुर विधानसभा में आज कांग्रेस को काफी उम्मीदें हैं।यही कारण है कि इस बार पार्टी के 17 लोग टिकट की दावेदारी के लिए लाइन में खड़े हैं. इनमें पार्टी के कुछ पुराने चेहरे हैं और कुछ नए चेहरे भी इस दौड़ में शामिल हैं. अगर पुराने चेहरों की बात की जाए तो तीन बार विधायक और एक बार पार्टी से सांसद का टिकट ले चुके इंजीनियर एसपी सिंह हालांकि उन्हें जीत एक बार भी नसीब नही हुई वो अलग बात हैं।
पार्टी से टिकट एक बार फिर मांग रहे हैं।ओर नए चेहरों की बात की जाए तो निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य भूपसिंह, विजयपाल सिंह,रोशनलाल,पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बरखारानी, सतीश कुमार, इंजीनियर रवि बहादुर, इंजीनियर इंद्र सिंह,दिनेश दुबे,सतीश दुबे,रजनी राठौर,प्रियव्रत,सनातन सोनकर, बालेश्वर,नत्थूसिंह, धर्मपाल सिंह विशाल राठौर टिकट की दौड़ में शामिल हैं। इतना ही नहीं क्षेत्र की जनता इस बार कांग्रेस से नया चेहरा मांग रही हैं।
पार्टी के नए चेहरों के उत्साह में कोई कमी नहीं है।भले ही इनके पास राजनीति करने का तजुर्बा कम हो, लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय नेतृव के नए चेहरे के फार्मूले पर ये अपने आप को फीट मानकर चल रहे हैं।कुछ युवा चेहरों ने तो अपना प्रचार प्रसार भी शुरू कर दिया है। बता दें कि पार्टी के कुछ ऐसे युवा चेहरे भी टिकट की दौड़ में शामिल हैं, जो पार्टी की गाइड लाइन को भलीभांति समझते हैं. इन युवाओं में चुनाव लड़ने का जोश तो है।
साथ ही तजुर्बे की भी कोई कमी नहीं है। भले ही इन्होंने अंदरूनी तौर पर अपनी चुनावी तैयारी शुरू कर दी है।लेकिन कैमरे के सामने पार्टी के निर्णय का इंतजार करने की बात कह रहे हैं। 17 दावेदारों में से एक को चुनना और बाकि को समझाना पार्टी के लिए मुश्किल तो है।लेकिन फिलहाल पार्टी के लिए सबसे बड़ी मुश्किल योग्य प्रत्याशी को चुनना है।ज्वालापुर में इस बार तकरीबन एक लाख सत्रह हजार वोटर हैं।जिसमे करीब बावन हजार वोटर युवा हैं।पार्टी इन वोटरों को रिझाने के किसी युवा दावेदार पर ही अपना दांव खेलना पसंद करेंगी।