उत्तराखंड विधानसभा नए जनरल बिपिन रावत को दी श्रद्धांजलि, देवप्रयाग में संस्कृत विश्वविद्यालय का नाम जनरल बिपिन रावत के नाम पर करने पर सदन में प्रस्ताव किया गया अनुमोदित, सदन कल तक के लिए स्थगित….
देहरादून : प्रदेश के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा सत्र में जनरल विपिन रावत को श्रद्धांजलि दी उनके अनुसार उनसे जब भी मिला एक अभिभावक की तरह उन्होंने अपनी राज्य को लेकर चिंताएं बताते रहे , उनके अनुसार उनका जाना हमारे लिए और खासकर मेरे लिए व्यक्तिगत नुकसान है।
विधानसभा शीतकालीन सत्र में जाने से पूर्व विधानसभा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। सभी मंत्रीगणों एवं विधायकगणों द्वारा भी जनरल सीडीएस बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उनके साथ बिताए अनुभव साझा किए
उत्तराखण्ड से हो रहे पलायन को लेकर भी वह चिंतित रहते थे
राज्य के ग्रामीण क्षेत्रो में एको टास्क फोर्स के माध्यम से स्वरोजगार को लेकर उन्होंने कई प्रयास किए
अखरोट के पेड़ लगवाकर किया स्वरोजगार का प्रयास
रैबार कार्यक्रम में जनरल रावत इच्छा जताई थी कि में गाँव मे बसना चाहता हूं
कमांड थेटर बनाने की योजना पर वह काम कर रहे थे
वह रक्षा क्षेत्र में भारत को मजबूत करने में जुटे थे।
उपनेता प्रतिपक्ष करन मेहरा ने ब्यक्त की शोक संवेदना
जनरल रावत की नेतृत्व क्षमता अद्वितीय थी
अटैक द बेस्ट डिफेंस पॉलिसी पर जनरल रावत चलते थे
जनरल रावत ने हमेशा सेना का मनोबल बढ़ाने का काम किया
43 साल उन्होंने देश सेवा की
उच्च हिमालयी क्षेत्रों में उन्हें युद्ध कला में पारंगता हासिल थी
रक्षा सौदों में आई तेजी में उनका महत्वपूर्ण योगदान था।
विधायक विनोद चमोली ने ब्यक्त की शोक संवेदना
कहा वह देश की सुरक्षा के सेनानायक थे
विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा जनरल रावत के निधन से पूरा देश स्तब्ध है
जनरल बिपिन रावत को कई क्षेत्रों में महारत हासिल थी
दुश्मनों के खिलाफ उनकी रणनीतियां अचूक होती थी
उत्तराखंड सदन ने 2 मिनट का रखा मौन।
सीडीएस जनरल विपिन रावत के आकस्मिम निधन पर रखा मौन,
सदन में सभी संदस्यो ने रखा मौन,
मौन के बाद आज के लिए सदन की कार्यवाही हुई स्थगित,
कल सुबह 11 बजे फिर शुरू होगा सदन,
देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी जी द्वारा देवप्रयाग में बनाए जा रहे संस्कृत विश्वविद्यालय का नाम स्वर्गीय CDS विपिन रावत के नाम पर करने का प्रस्ताव सदन में प्रस्तुत किया गया। जिसका सदन द्वारा अनुमोदन किया गया।