उत्तराखंड में कोरोना जांच पिछले नौ महीनों में रिकार्ड स्तर पर गिर गई, कोरोना के मामले कम हो रहे या किए जा रहे…..
देहरादून : उत्तराखंड में कोरोना जांच पिछले नौ महीनों में रिकार्ड स्तर पर गिर गई है। कोरोना काल के 86 वें सप्ताह के दौरान राज्य में महज 56 हजार के करीब सैंपल जांच हुए हैं। इससे कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। एसडीसी फाउंडेशन की ओर से रविवार को जारी आंकडों के अनुसार राज्य में पिछले एक सप्ताह के दौरान केवल 56384 सैंपलों की ही जांच हुई है। जबकि इससे पहले के सप्ताह में राज्य में कुल 83 हजार के करीब सैंपलों की जांच हुई थी।
एसडीसी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल ने बताया कि पिछले नौ महीनों के दौरान यह पहला मौका है जब राज्य में इतनी कम जांच हुई है। उन्होंने बताया कि इससे पहले इतने कम सैंपलों की जांच फरवरी के माह में हुई थी। हालांकि राज्य में फिलहाल संक्रमण की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और एक्टिव मरीज भी बहुत कम है। संक्रमण दर और मृत्यु दर भी राज्य में बेहम कम बनी हुई है।एसडीसी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल ने बताया कि राज्य में भले ही संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है लेकिन इतनी कम संख्या में जांच से परेशानी खड़ी हो सकती है। त्यौहारी सीजन में बड़ी संख्या में लोग भीड़ में जुटे हैं और बाजारों में भी लोग उमड़ रहे हैं। ऐसे में कोरोना सैंपलों की जांच बढ़ाए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को जांच पर विशेष फोकस करना चाहिए।
राज्य के 11 जिलों में एक भी नया मरीज नहीं
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार रविवार को राज्य के 11 जिलों में एक भी नया मरीज नहीं मिला है। जबकि देहरादून में दो और अल्मोड़ा में सिर्फ एक नया मरीज मिला है। इस तरह से राज्य भर में रविवार को सिर्फ तीन नए मरीज मिले हैं। आठ मरीज इलाज के बाद डिस्चार्ज किए गए जिससे एक्टिव मरीजों की संख्या भी 141 रह गई है। राज्य में संक्रमण की दर 0.04 प्रतिशत जबकि ठीक होने की दर 96 प्रतिशत से अधिक चल रही है। रविवार को सात हजार के करीब सैंपलों की जांच हुई और सात हजार सैंपल ही जांच के लिए।