जान लीजिए गोवर्धन पूजा आज नहीं, अमावस्या तिथि में नहीं होती है गोवर्धन पूजा, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त…….

देहरादून: आज कार्तिक मास की अमावस्या तिथि है। अमावस्या तिथि शाम 5 बजे तक है, इसके बाद प्रतिपदा तिथि लग जाएगी, ऐसे में गोवर्धन पूजा आज नहीं 22 अक्टूबर को की जाएगी। आपको बता दें कि गोवर्धन की पूजा कभी भी अमावस्या तिथि में नहीं की जाती है।

आज कार्तिक मास की अमावस्या तिथि है। अमावस्या तिथि शाम 5 बजे तक है, इसके बाद प्रतिपदा तिथि लग जाएगी, ऐसे में गोवर्धन पूजा आज नहीं 22 अक्टूबर को की जाएगी। आपको बता दें कि गोवर्धन की पूजा कभी भी अमावस्या तिथि में नहीं की जाती है। इसके लिए प्रतिपदा तिथि का होना जरूरी है। इस कारण 21 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा नहीं होगी। 22 अक्टूबर को प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा होगी। पिछले साल की बात करें तो पिछले साल दीपावली पर्व के एक दिन बाद इसी तरह के संयोग थे।

गोवर्धन पूजा मुहूर्त
गोवर्धन पूजा पर दोपहर 3 बजकर 13 मिनट से शाम 5 बजकर 49 मिनट तक शुभ मुहूर्त बन रहा है गोवर्धन पूजा का संबंध भगवान श्रीकृष्ण से है। भगवान कृष्ण ने इंद्रदेव के अहंकार को तोड़ने के लिए अपनी छोटे से अंगूठे पर गोवर्धन पर्वत उठा लिया था। इस प्रकार उन्होंने बारिश से गांव की रक्षा की। तभी से गोवर्धन पूजा का पर्व मनाते हैं। इस दिन अन्नकूट का भोग लगाया जाता है। इस दिन भगवान कृष्ण को 56 भोग लगाए जाते हैं। घर में गोबर से गोवर्धन बनाकर लोग उसकी पूजा करते हैं।

ऐसा माना जाता है कि गोवर्धन की पूजा करने से जीवन में संकट ना आए और सुख-समृद्धि बनी रहे। कहा जाता है कि इस दिन जो व्यक्ति भगवान को अन्न का भोग लगाता है, उसके घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती। इस दिन घर के पुरुष गोवर्धन की पूजा करते हैं, उन्हें खील बताशे और अन्न का भोग लगाते हैं। शाम को गोवर्धन पर दीपक जलाएं जाते हैं। पूजा के बाद घर के सभी सदस्य प्रसाद ग्रहण करते हैं।

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