आइये जानते है बप्पा को मोदक के अलावा किन चीजों का लगाएं भोग, सुख-सौभाग्य में होगी वृद्धि; जानें बनाने की रेसिपी…….
हरिद्वार: गणेश चतुर्थी के मौके पर हर घर में अलग-अलग तरह के मोदक बनाए जाते हैं, क्योंकि इन्हें गणपति बप्पा का सबसे प्रिय प्रसाद माना जाता है. आमतौर पर लोग चावल के आटे से बने मोदक खाते हैं, लेकिन अगर आप इस बार कुछ अलग और खास ट्राई करना चाहते हैं तो साबूदाना मोदक आपके लिए एक शानदार विकल्प है. इसे कैसे तैयार करना है आईए जानते हैं।
मोदक
गणेश चतुर्थी के मौके पर हर घर में अलग-अलग तरह के मोदक बनाए जाते हैं, क्योंकि इन्हें गणपति बप्पा का सबसे प्रिय प्रसाद माना जाता है. आमतौर पर लोग चावल के आटे से बने मोदक खाते हैं, लेकिन अगर आप इस बार कुछ अलग और खास ट्राई करना चाहते हैं तो साबूदाना मोदक आपके लिए एक शानदार विकल्प है।
मोदक
यह न सिर्फ स्वाद में लाजवाब है बल्कि सेहत के लिहाज़ से भी फायदेमंद है. साबूदाना हल्का होता है और व्रत के दिनों में ऊर्जा बनाए रखने का काम करता है. नारियल और गुड़ की मीठी भरावन इसे और मज़ेदार बना देती है.
मोदक
साबूदाना मोदक पारंपरिक मिठाई का एक यूनिक रूप है. जहां सामान्य मोदक में चावल के आटे का इस्तेमाल होता है, वहीं इसमें भीगे हुए साबूदाना से बाहरी परत तैयार की जाती है. नारियल और गुड़ की मीठी भरावन इसमें स्वाद और पौष्टिकता दोनों बढ़ा देती है।
साबूदाना मोदक
सबसे पहले साबूदाना को अच्छी तरह धो लें और 4-5 घंटे के लिए या रातभर पानी में भिगो दें. इसके बाद पानी पूरी तरह निकालकर एक तरफ रख दें।
साबूदाना मोदक
एक पैन में घी गरम करें, उसमें नारियल डालें और हल्का सा भून लें. फिर गुड़ डालकर चलाते रहें जब तक कि वह नारियल के साथ अच्छे से मिल न जाए. अब इलायची पाउडर और मेवे डालें. जब मिश्रण थोड़ा गाढ़ा हो जाए तो गैस बंद कर दें और इसे ठंडा होने दें. ठंडा होने पर छोटे-छोटे गोले बना लें।
मोदक
हथेलियों पर घी लगाकर आटे का छोटा हिस्सा लें. इसे चपटा करके कप का आकार दें. बीच में नारियल-गुड़ की भरावन रखें और किनारों को धीरे-धीरे बंद करके मोदक का आकार दें. चाहें तो मोदक का सांचा भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
मोदक
तैयार मोदक को स्टीमर में रखें और 5-7 मिनट तक भाप में पकाएं. पकने के बाद मोदक हल्के सख्त और बेहद स्वादिष्ट हो जाएंगे।